IND vs AUS: ऐसा कारनामा करने वाले एशिया के पहले बल्लेबाज बने 'विराट कोहली'
india vs australia विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7वां टेस्ट शतक है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपने करियर का 25वां टेस्ट शतक लगाकर बताया कि क्यों वह दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज है, पर्थ की तेज पिच पर कोहली ने शानदार पारी खेलते हुए भारत की मैच में वापसी करी। विराट कोहली ने अपने शतकीय पारी में 11 चौके लगाए।
सबसे कम पारियों में 25 शतक
इस शतक के साथ ही विराट कोहली ने केवल 127 पारियों में अपना 25वां टेस्ट शतक लगाया, उनसे आगे इब ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन है, जिन्होंने केवल 68 पारियों में ये मुकाम हासिल किया था। कोहली ने हालांकि इस रिकॉर्ड में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 25 टेस्ट शतक लगाने के लिए 130 पारियां खेली थी।
Virat Kohli letting his bat do the talking in Perth!#AUSvIND | @Domaincomau pic.twitter.com/ZABru6KdgE — cricket.com.au (@cricketcomau) December 16, 2018
वहीं भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 138 पारियों में 25 टेस्ट शतक लगा लिए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर मैथ्यू हेडन का नंबर आता है, जिन्होंने 139 पारियों में ये कारनामाना किया था। इसके अलावा वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर गैरी सोबर्स ने 147 पारियों में ये कारनामा किया था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7वां टेस्ट शतक
विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7वां टेस्ट शतक है। इस लिस्ट में सबसे आगे क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 शतक लगाए हैं, वहीं महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर 8 शतक लगाकर दूसरे नंबर पर है।
अब तीसरे पर कोहली का नंबर आता है। कोहली ने वीवीएस लक्ष्मण को पीछे छोड़ा, जिन्होंने कंगारू टीम के खिलाफ 6 शतक लगाए हैं। खराब फॉर्म से जूझ रहे मुरली विजय भी इस विरोधी टीम के खिलाफ 4 सैंकड़े जड़ चुके हैं।
ऐसा करने वाले एशिया के पहले बल्लेबाज बने कोहली
विराट कोहली एशिया के पहले और इकलौते बल्लेबाज है, जिन्होंने एक ही साल में साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाया है, अब जब एशिया की तरफ से इतने बड़े बड़े दिग्गज ये कारनामा नहीं कर पाए तो आप विराट कोहली को महान बल्लेबाज की श्रेणी में जरूर रखना चाहेंगे। वैसे भी ये तीनों ही जगह बल्लेबाजों के लिए मुश्किल मानी जाती है