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    Happy Birthday Sourav Ganguly: लॉर्डस स्टेडियम से है 'दादा' का खास कनेक्शन, जानिए

    By TaniskEdited By:
    Updated: Mon, 08 Jul 2019 12:29 AM (IST)

    Happy BirthDay Sourav Ganguly भारतीय टीम को नई मुकाम पर पहुंचाने वाले महानतम कप्तान सौरव गांगुली का आज जन्मदिन है। दादा आज 47 साल के हो गए। ...और पढ़ें

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    Happy Birthday Sourav Ganguly: लॉर्डस स्टेडियम से है 'दादा' का खास कनेक्शन, जानिए

    नई दिल्ली, जेएनएन। Happy BirthDay Sourav Ganguly: जून 1996 में भारतीय टीम तीन टेस्ट के लिए इंग्लैंड दौरे पर गई। पहले टेस्ट मैच में टीम को हार मिली। इसके बाद टीम इंडिया मुश्किल में थी। इसका कारण यह था कि संजय मांजरेकर के टखने में चोट लग गई और नवजोत सिंह सिद्धू ने कप्तान अज़हरुद्दीन से लड़ाई कर ली और खुद को टीम से बाहर कर वापस स्वदेश लौट आए। अगला मैच 'क्रिकेट का मक्का' लॉर्डस में होना था। इस दौरान अजहर ने टीम में दो नए खिलाड़ियों सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को शामिल किया। इसके बाद जो हुआ वो इतिहास है। 

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    दादा ने डेब्यू टेस्ट में ही लगाया शतक

    8 जुलाई 1972 को जन्में अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट को नई मुकाम पर पहुंचाने वाले दादा का भारतीय टीम में तो 1992 में ही चयन हो गया था, लेकिन खराब व्यवहार की वजह से वो टीम से बाहर हो गए। इसके बाद उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में जमकर पसीना बहाया और चार साल बाद 1996 में इंग्लैंड दौरे पर एक बार फिर टीम में जगह मिली। उन्होंने इस सीरीज के दूसरे मैच में डेब्यू किया। यह मैच लॉर्डस के मैदान पर खेला गया था। दादा ने शतक ठोककर टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा। इस मैच में उन्होंने 131 रन बनाए, जो कि लॉर्ड्स में डेब्यू टेस्ट में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्‍कोर था। इस मैच में राहुल द्रविड़ ने भी डेब्यू किया था और शानदार पारी खेलते हुए 95 रन बनाए। दादा और लॉर्डस का यही से खास रिस्ता बन गया। 

    2004 नेटवेस्ट ट्राफी में जीत

    साल 2000 में भारतीय क्रिकेट टीम बड़े ही मुश्किल हालात से गुजर रही थी। इस समय टीम फिक्सिंग के भंवर में फंसी थी। तब दादा को कप्तान बनाया गया। इसके बाद दादा ने इंडियन क्रिकेट टीम का कायापलट कर दिया। टीम में युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ, जहीर खान और हरभजन सिंह समेत कुछ अन्य युवा खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाया और टीम एकदम से खड़ी हो गई। इस दौरान टीम ने ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को हाराया। ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज ड्रा कराया और टीम को न जाने कितनी उपलब्धी दिलाईं। इन सब में सबसे खास है साल 2002 में नेटवेस्ट ट्राफी के फाइनल में जीत। इस मैच के बाद भारतीय टीम से विदेश में खराब प्रदर्शन का टैग हट गया। इस जीत के जीत के नायक थे दो युवा खिलाड़ी युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ। भारतीय टीम ने इस मैच में 325 रनों का टारगेट चेज किया था।

    गांगुली का टी-शर्ट लहराना
    गांगुली ने इसके बाद लॉर्डस के बालकनी में अपनी टी-शर्ट लहरायी थी। उन्होंने ऐसा करके इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी एंड्रयू फ्लिंटाफ को जवाब दिया था। दरअसल उसी साल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में फ्लिंटॉफ भारत के खिलाफ वनडे मैच में मिली जीत के बाद अपनी टी-शर्ट को हवा में लहराया था। मुंबई में इंग्लैंड के मैच जीतने के बाद 3-3 से सीरीज बराबर की थी, जिसके बाद फ्लिंटाफ टी-शर्ट उतारकर मैदान पर घूमे थे। 

    दादा का क्रिकेट सफर

    बाएं हाथ के इस बल्लेबाज गांगुली ने 113 टेस्ट मैचों में 7,212 रन बनाए हैं, जबकि 311 वनडे मैचों में उन्होंने 22 सेंचुरी समेत 11,363 रन बनाए हैं। वनडे मैचों में रन बनाने के मामले में गांगुली की गिनती दुनिया के दिग्गज खिलाड़ियों में होती है।