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    लॉर्ड्स में 109* रन की पारी खेलने वाले अजीत अगरकर हुए 41 वर्ष के, कई रिकॉर्ड्स हैं उनके नाम

    By Sanjay SavernEdited By:
    Updated: Tue, 04 Dec 2018 08:57 AM (IST)

    अजीत अगरकर ने तीन आइसीसी क्रिकेट विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। ...और पढ़ें

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    लॉर्ड्स में 109* रन की पारी खेलने वाले अजीत अगरकर हुए 41 वर्ष के, कई रिकॉर्ड्स हैं उनके नाम

     नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर 41 वर्ष के हो गए। 4 दिसंबर 1977 को मुंबई में जन्मे अजीत ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारत के लिए 200 से ज्यादा मैच खेले थे। वनडे क्रिकेट में भारत की तरफ से वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं और उन्होंने 1999 आइसीसी क्रिकेट विश्व कप, 2003 क्रिकेट विश्व कप और 2007 क्रिकेट विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इनमें से 2003 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी और 2007 क्रिकेट विश्व कप के एक भी मैच में अगरकर को खेलने का मौका नहीं मिला था। 

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    अगरकर के नाम हैं कई कमाल के रिकॉर्ड्स

    अजीत अगरकर ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। अपने क्रिकेट करियर के शुरुआत में ही उन्होंने तेज गेंदबाज डेनिस लिलि का विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया था। उन्होंने 23 वनडे मैचों में ही सबसे तेज 50 विकेट लेकर लिलि को पीछे छोड़ते हुए नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया था। वर्ष 1998 से 2009 तक ये रिकॉर्ड उनके नाम रहा। इसके बाद श्रीलंका के स्पिनर अजंता मेंडिस ने उनका ये रिकॉर्ड तोड़ा था। मेंडिस ने 19 वनडे मैचों में 50 विकेट लेकर अगरकर को पीछे छोड़ दिया था। अगरकर भारत की तरफ से वनडे क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं और उनका ये रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है। उन्होंने 21 गेंदों पर 50 रन बनाए थे। वनडे क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे कम मैचों में 1000 रन और 200 विकेट लेने का रिकॉर्ड अब भी उनके नाम पर ही है। अगर ने 133 मैचों में ये कमाल किया था और उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर शॉन पोलाक को पीछे छोड़ा था। पोलाक ने 138 वनडे मैचों में ये उपलब्धि हासिल की थी। 

    ऑलराउंडर के तौर पर चमके और लॉर्ड्स पर लगाया शतक

    भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच जॉन राइट ने उन्हें ऑलराउंडर बनाने में अहम भूमिका निभाई। वनडे क्रिकेट में राइट उन्हें पिंच हिटर के तौर पर उपरी क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजते थे जिससे कि वो रन रेट तेज कर सकें। उनकी बल्लेबाजी क्षमता गजब की थी। ऑलराउंडर के तौर पर उन्होंने कुछ मैचों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया जिसे शायद ही कभी भूला जा सकता है और इसमें वर्ष 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अगरकर ने 21 गेंदों पर सबसे तेज अर्धशतक लगाया था और तीन विकेट भी लिए थे। वर्ष 2002 में जम्शेदपुर में वेस्टइंडीज के खिलाफ नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने बेहतरीन 95 रन की पारी खेली थी। वर्ष 2002 में ही वो उन कुछ भारतीय बल्लेबाजों के ग्रुप में शामिल हो गए थे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में लॉर्ड्स के मैदान पर शतक लगाया था। अगरकर ने सीरीज के पहले ही टेस्ट मैच में नंबर आठ पर बल्लेबाजी करते हुए ये शतक लगाया था। 

    2013 में क्रिकेट को कहा अलविदा

    अगकर ने आइपीएल में भी दिल्ली डेयरडेविल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेला। वर्ष 2013 में उनकी कप्तानी में मुंबई क्रिकेट टीम ने अपना 40वां रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता। वर्ष 1998 में उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था जबकि 2006 में उन्होंने टी 20 क्रिकेट में डेब्यू किया था। वर्ष 2013 में उन्होंने क्रिकेट से सभी प्रारूपों को अलविदा कह दिया। इन दिनों अगरकर क्रिकेट विश्लेषक के तौर पर काम कर रहे हैं। 

    अगरकर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर

    अजीत अगरकर ने भारत के लिए खेले 26 टेस्ट मैचों में 58 विकेट लिए और उनका बेस्ट प्रदर्शन 41 रन देकर छह विकेट रहा। इतने ही टेस्ट मैचों में उन्होंने 571 रन बनाए और उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी नाबाद 109 रन थी जो उन्होंने लॉर्ड्स में खेली थी। टेस्ट में उनके नाम पर एक ही शतक है। भारत के लिए उन्होंने 191 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने कुल 288 शिकार किए। वनडे में उनकी बेस्ट बॉलिंग 42 रन देकर छह विकेट रहा। उन्होंने 191 वनडे मैचों में कुल 1269 रन बनाए और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 95 रन था। भारत के लिए उन्होंने चार टी 20 मैचों में तीन विकेट लिए और 15 रन बनाए। 

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