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    Yuzvendra Chahal Interview: रवींद्र जडेजा की जगह लेना मुश्किल, लेकिन अक्षर पटेल ने भरोसा जगाया है : चहल

    By Sanjay SavernEdited By:
    Updated: Sun, 09 Oct 2022 07:13 AM (IST)

    युजवेंद्रा सिंह चहल ने कहा कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा हमें अपने हिसाब से खेलने की पूरी छूट देते हैं और हम पर कोई दवाब नहीं होता। वहीं उन्होंने कहा कि टीम इंडिया टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में पहुंचेगी।

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    युजवेंद्रा चहल व विराट कोहली (एपी फोटो)

    भारतीय टीम के लेग स्पिनर युजवेंद्रा सिंह चहल का कहना है कि चोट के कारण आस्ट्रेलिया में 16 अक्टूबर से होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए टीम से बाहर रहे आलराउंडर रवींद्र जडेजा की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता, लेकिन अक्षर पटेल ने अपनी प्रतिभा से दिखाया है कि वह बेहतर कर सकते हैं। अभिषेक त्रिपाठी ने युजवेंद्रा सिंह चहल से की खास बातचीत, पेश हैं मुख्य अंश: 

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    --टी-20 विश्व कप की तैयारी कैसी है और आस्ट्रेलिया तथा दक्षिण अफ्रीका के साथ सीरीज खेलने से क्या फायदा मिला है?

    - तैयारी अच्छी है, क्योंकि काफी समय से क्रिकेट खेलते आए हैं और अच्छी गेंदबाजी चल रही है तो उससे आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ है। किसी भी वैश्विक टूर्नामेंट में द्विपक्षीय सीरीज खेलकर जाना अच्छा होता है और आपको इससे पहले जितने मैच मिलते हैं तो उससे भरोसा बढ़ता है।

    -- टीम पर्थ पहुंची है और वहां उसे अभ्यास करना है। आस्ट्रेलिया के वातावरण को देखते हुए पहले पहुंचने का क्या फायदा होगा?

    - जब आप किसी भी देश में जाते हैं तो वहां के वातावरण, मौसम में ढलने की कोशिश करते हैं, इसिलए वहां पहले पहुंचना अच्छा है, क्योंकि वहां के हालात अलग होते हैं और आपको समय बिताना पड़ता है, इसलिए जल्दी आने से फायदा तो मिलेगा।

    -- रवींद्र जडेजा के बाहर होने से क्या प्रभाव पड़ेगा। आप भी स्पिनर हैं और आप दोनों की जोड़ी होती थी। क्या जडेजा की कमी खलेगी?

    - जडेजा विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और अब वह बल्लेबाजी भी बेहतरीन तरीके से कर रहे थे। चोटिल होना चलता रहता है, लेकिन अक्षर पटेल जिस तरह से गेंदबाजी कर रहे हैं, उससे एक विकल्प मिला है। जडेजा की जगह कोई नहीं ले सकता, लेकिन अक्षर ने दिखाया है कि वह कर सकते हैं।

    -- आस्ट्रेलिया के मैदान को लेकर बहुत बातें होती हैं। बड़ी बाउंड्री होने से आप जैसे स्पिनरों को क्या फायदा या नुकसान होता है?

    - मैदान बड़ा होता है तो आप ज्यादा फ्लाइट कर सकते हैं और बल्लेबाज के लिए भी आसान नहीं होता है, क्योंकि वे खुलकर शाट नहीं खेल पाते हैं। स्पिनर के लिए बड़े मैदान पर थोड़ा फायदा तो रहता है।

    -- पिछले विश्व कप में भारत के सारे मैच दूसरे सैकेंड स्लाट में थे और इस बार भी ऐसा ही है। यूएई में ओस का प्रभाव देखा गया था, क्या इस बार भी इसका प्रभाव पड़ेगा?

    - मुझे इतना नहीं पता है कि आस्ट्रेलिया में ओस का प्रभाव पड़ता है या नहीं, लेकिन अगर ओस रहती है तो यह गेंदबाज के लिए मुश्किल पैदा करती है और बल्लेबाज के लिए चीजें आसान हो जाती हैं। ओस ना आए तो अच्छा रहता है और विशेषकर स्पिनर के लिए गेंदबाजी करने में आसानी होती है। आशा है कि ओस ना रहे क्योंकि इससे टास भी मायने नहीं रखता और ओस रहने से बाद में दिक्कत हो जाती है।

    -- टी-20 विश्व के लिए सुपर-12 में जो टीम इंडिया का ग्रुप है, उसे किस तरह देखते हैं?

    - हमने ज्यादातर टीम के विरुद्ध खेला है तो हमें सभी के बारे में पता है, लेकिन अपने प्रतिद्वंद्वी के विरुद्ध रणनीति बनाने के लिए हमारे पास अभी थोड़ा वक्त है।

    -- टीम इंडिया को लेकर क्या आशाएं हैं। कई बार से टीम बड़े टूर्नामेंट नहीं जीत पा रही है तो क्या इस बार यह मिथक टूटेगा? 

    - अगर टीम को देखें तो हमारी टीम बेहतरीन टीम में से एक है और हम प्रबल दावेदार भी हैं।

    -- पिछली बार भी भारत का टी-20 विश्व कप में पहला मैच पाकिस्तान से था और इस बार ऐसा ही है। जब आप करियर में पहली बार पाकिस्तान के विरुद्ध खेले थे और उस समय जो दबाव आप पर था क्या अब भी वैसा ही दबाव रहता है?

    - जब आप एक बार किसी टीम के विरुद्ध खेल लेते हो तो दूसरी बार इतनी चिंता नहीं रहती है, लेकिन पाकिस्तान के विरुद्ध मैच से पहले इंटरनेट मीडिया पर ज्यादा हाइप रहता है। खिलाड़ियों के लिए तो यह एक अन्य मैच की तरह ही होता है, लेकिन अगर आप ज्यादा सोचते हो तो इससे दबाव बनता है। मैं इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहता हूं और मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई वहां क्या लिख रहा है।

    -- पाकिस्तान टीम को कैसे देख रहे हैं?

    - पाकिस्तान की टीम भी अच्छी है, लेकिन हमारा मुख्य ध्यान अपने प्रदर्शन पर केंद्रित रहता है। सबसे अहम बात तो यह होती है कि जिस दिन मैच है उस दिन आप कैसा खेल रहे हो, सबकुछ इसी पर निर्भर करता है।

    -- आपको कभी किसी बल्लेबाज से डर लगा है?

    - मेरी गेंद को लगभग सभी बल्लेबाज पढ़ लेते हैं, लेकिन पिच के हिसाब से कहां गेंद डालनी है, ये बहुत जरूरी है। मेरा ध्यान बल्लेबाज से ज्यादा अपनी गेंदबाजी पर केंद्रित रहता है।

    -- टी-20 में गेंदबाजों को मार बहुत पड़ती है, तो आप विकेट लेने के पीछे भागते हैं या रन भी बचाना रहता है?

    - मेरी जो भूमिका है वो विकेट लेना है। अगर मध्य ओवरों में मैं दो-तीन विकेट चटका लेता हूं तो बल्लेबाजी टीम पर दबाव आ जाता है और विकेट लेकर ही आप सामने वाली टीम को कम स्कोर पर रोक सकते हो।

    -- रोहित शर्मा की कप्तानी के बारे में क्या कहना चाहेंगे?

    - रोहित भाई मेरा काफी समर्थन करते हैं और मुझे अपनी भूमिका के बारे में स्पष्टता दी जाती है और वह पूरी स्वतंत्रता भी देते हैं। ऐसा नहीं है कि वह कहते हैं कि यहीं गेंद डालनी है।

    -- आपके अनुसार इस बार टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में कौन सी टीमें पहुंच सकती हैं?

    - भारत तो पहुंचेगा ही, अन्य टीमों को टूर्नामेंट शुरू होने के बाद ही देखा जाएगा।