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'अखबार पढ़ना और टीवी देखना बंद...' 2011 वर्ल्ड कप जीतने के लिए सचिन के मास्टर प्लान का युवराज ने किया खुलासा

साल 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान युवराज सिंह ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। युवराज सिंह ने एक शतक और चार अर्धशतक सहित कुल 362 रन बनाए थे और 15 विकेट भी चटकाए थे। इस दमदार प्रदर्शन पर युवराज को मैन ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया था। युवराज सिंह को पूरे टूर्नामेंट के दौरान चार बार मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

By Jagran NewsEdited By: Umesh KumarPublished: Fri, 29 Sep 2023 05:55 PM (IST)Updated: Fri, 29 Sep 2023 05:55 PM (IST)
युवराज सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप में दी गई सचिन की सलाह का किया खुलासा।

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। युवराज सिंह ने 2011 विश्व कप के दौरान सचिन तेंदुलकर की दी गई सलाह का खुलासा किया है। दरअसल, वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के दौरान भारत को लीग स्टेज पर ही हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद फैंस ने भारतीय टीम की आलोचना करनी शुरू कर दी थी। इस पर सचिन ने टीम को एक अहम सलाह दी थी, जो आगे चलकर टीम के काम आई।

गौरतलब हो कि साल 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान युवराज सिंह ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। युवराज सिंह ने एक शतक और चार अर्धशतक सहित कुल 362 रन बनाए थे और 15 विकेट भी चटकाए थे। इस दमदार प्रदर्शन पर युवराज को मैन ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया था। युवराज सिंह को पूरे टूर्नामेंट के दौरान चार बार मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

सचिन की सलाह का युवराज सिंह ने किया खुलासा

वर्ल्ड कप 2011 की यादों को ताजा करते हुए पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने सचिन तेंदुलकर की दी हुई सलाह का खुलासा किया। एक वेबसाइट से बात करते हुए युवराज सिंह ने बताया कि सचिन ने सभी खिलाड़ियों को न्यूज देखने से मना कर दिया था। साथ ही एयरपोर्ट, स्टेडियम के बाहर उठ रहे शोर को अनदेखा करने की सलाह दी थी।

टीम के काम आई थी सलाह

युवराज ने बताया, "सचिन ने कहा हमें टीवी देखना बंद करना होगा, अखबार पढ़ना बंद करना होगा। जब हम हवाई अड्डों पर भीड़ से गुजर रहे हों तो अपने हेडफोन का उपयोग करें। सिर्फ विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करो', टीम सहमत थी, हमने बस उसका पालन किया और यह वास्तव में काम कर गया।"

इस बार भी है टीम पर दबाव

युवराज सिंह ने आगे कहा कि इस बार भी भारतीय टीम पर दबाव है। होम ग्राउंड पर जितना फायदा मिलेगा। उससे कहीं ज्यादा लोगों की उम्मीदों का दबाव खिलाड़ियों के ऊपर होगा। टीम को इन सबसे ध्यान हटाकर अपने प्रदर्शन पर फोकस करना होगा।


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