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    इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में भारत के लिए कौन खिलाड़ी एक्स फैक्टर होगा साबित, मांजरेकर ने किया चयन

    By Sanjay SavernEdited By:
    Updated: Sat, 25 Jun 2022 10:04 PM (IST)

    Ind vs Eng test match 2022 इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले इस टेस्ट मैच में भारत के लिए कौन खिलाड़ी एक्स फैक्टर साबित होगा इसके बारे में टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने बताया है।

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    भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ी (एपी फोटो)

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है और दोनों देशों के बीच एक मात्र टेस्ट मैच एक जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा। ये टेस्ट मैच पिछले साल खेले गए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का हिस्सा है। पिछले साल चार टेस्ट मैच खेले गए थे, लेकिन कुछ भारतीय खिलाड़ियों के कोविड पाजिटिव होने की वजह से पांचवें टेस्ट मैच को उस समय टाल दिया गया था। भारत ने चार में से 2 टेस्ट जीते थे और सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई थी। भारत ने इंग्लैंड में साल 2007 के बाद से कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है ऐसे में उसके पास इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का काफी अच्छा मौका है। 

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    अब इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले इस टेस्ट मैच में भारत के लिए कौन खिलाड़ी एक्स फैक्टर साबित होगा इसके बारे में टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने बताया है। उन्होंने एक टीवी चैनल से इंटरव्यू के दौरान कहा कि इस टेस्ट में रिषभ पंत भारत के लिए एक्स फैक्टर साबित होंगे। यहां तक कि मांजरेकर ने पंत की तुलना बेन स्टोक्स के साथ भी की है। मांजरेकर ने कहा कि पंत ने अपने छोटे से टेस्ट करियर में तीन महान टेस्ट पारियां तीन अलग-अलग कंडीशन में अलग-अलग विरोधी टीमों के खिलाफ लगाई है। वो बेन स्टोक्स की तरह हैं। अगर इंग्लैंड के पास बेन है तो भारत के पास रिषभ पंत हैं। 

    मांजरेकर ने पंत के बारे में कहा कि ये वो खिलाड़ी है जो टेस्ट क्रिकेट खेलकर प्रभाव डालता है क्योंकि वो चीजों के बारे में अलग तरीके से जाता है। टेस्ट क्रिकेट में वो पहले 20 गेंद डाट खेलेगा और फिर तीन छक्कों के लिए जाएगा। हालांकि ऐसा वो कंडीशन देखकर और फिर सामने कौन गेंदबाज ये सबकुछ देखकर ही करेगा। टेस्ट क्रिकेट रिषभ पंत को थोड़ा अधिक कल्पनाशील होने की अनुमति देता है। वो इसमें तय कर सकते हैं कि उन्हें कब गेंद को हिट करना है, कब रुकना है। मुझे लगता है कि टेस्ट प्रारूप उन्हें उस तरह का माहौल देता है जिसके वो लुत्फ उठाता है। सिमित प्रारूप में वो जिस तरह का प्रदर्शन करते हैं मुझे लगता है कि टेस्ट में पंत पर उसका कोई असर नहीं होगा।