Sunil Gavaskar ने बीमारियों से जूझ रहे Vinod Kambli की मदद के लिए बढ़ाया हाथ, हर महीने करेंगे मोटी रकम से मदद
Vinod Kambli News भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) एक बार फिर लाइमलाइट में बने हुए हैं। कांबली अपनी खराब स्वास्थ्य और आर्थिक तंगी से संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच हाल ही में कांबली और उनके फैंस के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने विनोद कांबली से किया हुआ वादा निभाया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Vinod Kambli News: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) एक बार फिर लाइमलाइट में बने हुए हैं। कांबली अपनी खराब स्वास्थ्य और आर्थिक तंगी से संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच हाल ही में कांबली और उनके फैंस के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।
भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने विनोद कांबली से किया हुआ वादा निभाया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुनील गावस्कर अपने CHAMPS फाउंडेशन के जरिए हर महीने विनोद कांबली को 30 हजार रुपये देंगे। इसके अलावा उन्हें सालाना 30 हजार रुपये की चिकित्सा सहायता भी मिलेगी।
Sunil Gavaskar ने Vinod Kambli से किया हुआ वादा निभाया
दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गावस्कर चैम्प्स फाउंडेशन के जरिए कांबली को हर महीने 30 हजार रुपये देंगे। इसके अलावा कांबली को मासिक राशि के साथ-साथ 30,000 रुपये की वार्षिक चिकित्सा सहायता भी प्रदान करेंगे। यानी कि सालाना कांबली को 3 लाख 60 हजार रुपये मिलेंगे। बता दें कि गावस्कर और कांबली जनवरी में वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं वर्षगांठ समारोह के लिए एक-दूसरे से भी मिले थे।
इसी साल जनवरी में कांबली की पत्नी एंड्रिया हेविट ने खुलासा किया कि उन्होंने 2023 में तलाक के लिए अर्जी दी थी, लेकिन अपने पति की हालत देखकर इस फैसले को वापस लेना सही समझा। एंड्रिया ने बताया कि उन्होंने पहले कांबली को छोड़ने के बारे में सोचा था। लेकिन उन्हें लगातार उनकी सेहत की चिंता होने लगी।
यह भी पढ़ें: LSG Vs CSK: 'वो कप्तानी करें या नहीं...', Dhoni के बारे में क्या बोल गए सीएसके के कोच; जानकर आप हो जाएंगे खुश!
फ्रीलांस पत्रकार सूर्यांशी पांडे द्वारा होस्ट किए गए पॉडकास्ट के दौरान, एंड्रिया ने ये भी कहा था,
"अगर मैं उसे छोड़ दूं तो वह बेबस हो जाएगा। वह एक बच्चे की तरह है, और इससे मुझे दुख होता है। इससे मुझे चिंता होती है। मैं एक दोस्त को भी नहीं छोड़ सकती, लेकिन वह उससे भी बढ़कर है। मुझे याद है कि ऐसे पल थे जब मैं बस चली जाती थी। लेकिन फिर मुझे चिंता होती थी-क्या उसने खाना खाया है या नहीं? क्या वह ठीक से बिस्तर पर है? क्या वह ठीक है? तब मुझे उसकी जांच करनी थी, और मैं समझ गई कि उसे मेरी जरूरत है।"
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।