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    Sourav Ganguly: सौरव गांगुली ने खिलाड़ियों को उनके हिसाब से खेलने की आजादी दी : सचिन तेंदुलकर

    By Sanjay SavernEdited By:
    Updated: Fri, 08 Jul 2022 09:10 AM (IST)

    Happy birthday Sourav Ganguly तेंदुलकर ने कहा सौरव महान कप्तान थे। उन्हें पता था कि संतुलन कैसे बनाना है। खिलाड़ियों को कितनी आजादी देनी है और कितनी ज ...और पढ़ें

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    Sourav Ganguly and Sachin Tendulkar (AP Photo)

    नई दिल्ली, प्रेट्र। पिछले कई वर्षो में सचिन तेंदुलकर ने सौरव गांगुली को विभिन्न अवतारों में देखा है..एक परिपक्व युवा, बेहतरीन भारतीय क्रिकेटर, सफल कप्तान और व्यस्त प्रशासक, लेकिन इस चैंपियन बल्लेबाज के लिए वह इन सबसे ऊपर एक बेहद करीबी दोस्त हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भी दोनों की दोस्ती उतनी ही गहरी है।

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    शुक्रवार को बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली 50 साल के हो गए और इस 'सलामी जोड़ीदार' के साथ तेंदुलकर ने पुरानी यादों को ताजा किया। यह पूछने पर कि बतौर कप्तान करीब पांच साल के कार्यकाल में गांगुली ने उन्हें कितनी आजादी दी, तेंदुलकर ने कहा, 'सौरव महान कप्तान थे। उन्हें पता था कि संतुलन कैसे बनाना है। खिलाड़ियों को कितनी आजादी देनी है और कितनी जिम्मेदारी। जब उन्होंने कमान संभाली, तब भारतीय क्रिकेट बदलाव के दौर से गुजर रहा था। हमें ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत थी जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सके।'

    उन्होंने कहा, 'उस समय हमें वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, जहीर खान, हरभजन सिंह और आशीष नेहरा जैसे विश्वस्तरीय खिलाड़ी मिले। ये सभी बेहद प्रतिभाशाली थे, लेकिन इन्हें करियर की शुरुआत में सहयोग की जरूरत थी जो सौरव ने दिया। उन्हें अपने हिसाब से खेलने की आजादी भी मिली।'

    तेंदुलकर ने बताया कि 1999 में आस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने तय कर लिया था कि उनके कप्तानी छोड़ने पर अगला कप्तान कौन होगा। उन्होंने कहा, 'कप्तानी छोड़ने से पहले भारतीय टीम के आस्ट्रेलिया दौरे पर मैंने सौरव को टीम का उप-कप्तान बनाने का सुझाव दिया था। मैंने उन्हें करीब से देखा था और उनके साथ क्रिकेट खेली थी। मुझे पता था कि वह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकते हैं। वह अच्छे कप्तान थे। इसके बाद सौरव ने मुड़कर नहीं देखा और उनकी उपलब्धियां हमारे सामने है।'

    दोनों के बीच बेहतरीन तालमेल का ही नतीजा था कि 26 बार शतकीय साझेदारियां की और उनमें से 21 बार पारी की शुरुआत करते हुए। तेंदुलकर ने कहा, 'सौरव और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की ताकि टीम मैच जीत सके। इसके आगे हमने कुछ नहीं सोचा।'