Rohit Sharma के बचाव में उतरे Sourav Ganguly, बोले- वर्ल्ड कप से ज्यादा IPL जीतना होता है मुश्किल
Sourav Ganguly Said Winning IPL is More Difficult Than Winning WC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबला गंवाने के बाद कई दिग्गज भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर अपनी भड़ास निकाल रहे है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत की हार के लिए आईपीएल भी कसूरवार है।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। Sourav Ganguly Said Winning IPL is More Difficult Than Winning WC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबला गंवाने के बाद कई दिग्गज भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर अपनी भड़ास निकाल रहे है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत की हार के लिए आईपीएल भी कसूरवार है। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक बड़ा बयान दिया है।
सौरव गांगुली ने कप्तान रोहित शर्मा का बचाव करते हुए कहा कि वर्ल्ड कप जीतने से ज्यादा मुश्किल आईपीएल जीतना होता है।
Sourav Ganguly ने IPL को बताया World Cup से ज्यादा मुश्किल टूर्नामेंट
दरअसल, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने हाल ही में अपने बयान में कहा कि आईपीएल जीतना विश्व कप जीतने से भी ज्यादा मुश्किल होता है। आईपीएल में आपको कुल 14 मैच खेलने होते है और फिर प्लेऑफ और फाइनल मैच होता है, लेकिन वर्ल्ड कप में 4-5 मैचत खेलकर आप सेमीफाइनल में पहुंच जाते है, जबकि आईपीएल में कुल 17 मैच खेलकर आप चैंपियन बनते है।
'कोहली की कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित शर्मा बेस्ट विकल्प थे'
इसके साथ ही गांगुली ने कहा कि विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी छोड़ने के बाद उन्हें रोहित शर्मा ही बेस्ट कप्तान के तौर पर विकल्प लगे। उन्होंने आगे कहा , "BCCI उस वक्त विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के लिए तैयार नहीं था। दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद भी ये हमारे लिए काफी मुश्किल से भरपुर था। विराट के कप्तानी छोड़ने के बाद उस समय रोहित शर्मा ही सबसे बेहतर विकल्प थे।''
ऐसा रहा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 का फाइनल मुकाबला
डब्ल्यूटीसी के फाइनल मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। टॉस हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए।
इसके जवाब में टीम इंडिया 296 रन पर ही ढेर हो गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरी पारी में 270 रन पर ही पारी घोषित की और भारत को 444 रनों का टारगेट दिया। टीम इंडिया ऐसे में दूसरी पारी में 234 रनों पर ढेर हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने विश्व टेस्ट चैंपियन का खिताब अपने नाम किया।