'एक बार तो बनता है न यार', हार के बाद ऐसा क्यों कहा रोहित शर्मा ने? अश्विन-जडेजा पर कप्तान ने कही यह बात
न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 113 रन से हराकर सीरीज में 0-2 की अजेय बढ़त बना ली है। यह पहली बार है जब न्यूजीलैंड ने भारत की धरती पर कोई टेस्ट सीरीज जीती है। भारत को जीत के लिए 359 रन का लक्ष्य मिला था। इसके जवाब में भारतीय टीम 245 रन सिमट गई। मिचेल सैंटनर ने दूसरी पारी में 6 विकेट लिए।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। सीरीज हारने के बाद भी कप्तान रोहित शर्मा बहुत पॉजिटिव दिखे। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने टीम का बचाव करते हुए सकारात्मक पहलुओं पर बात की। हालांकि, उन्होंने दो मैच में हुई गलतियों का भी जिक्र किया। इसके अलावा रोहित शर्मा का मनाना है कि अश्विन और जडेजा ही हर मैच जिताएं ये जरूररी नहीं है, बल्कि टीम के अन्य खिलाड़ियों को भी यह जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।
रोहित शर्मा ने कहा, आप रवींद्र जडेजा और आर अश्विन से बहुत ज्यादा उम्मीद करते हैं कि वो रन भी बनाए और विकेट भी लें। हालांकि, दोनों ने ऐसा भारत के लिए कई बार किया भी है, लेकिन ये सिर्फ उन्हीं दोनों की जिम्मेदारी नहीं है कि वो हर बार हमें मैच जिताएं। टीम में मौजूद अन्य खिलाड़ियों को भी आगे आना होगा। कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर को भी अपने हाथ खड़े करने होंगे। कोई एक बार फेल हो गया तो इसका मतलब ये नहीं है उन्होंने कुछ खराब किया है। दोनों ने बहुत क्रिकेट खेला है और उन्हें पता है कि वो क्या कर सकते हैं।
12 साल बाद गंवाई पहली सीरीज
बता दें कि भारत ने 12 साल बाद घरेलू धरती पर पहली टेस्ट सीरीज गंवाई है। साल 2012 में इंग्लैंड ने भारत को टेस्ट सीरीज में आखिरी बार हराया था। तब से भारत ने घरेलू मैदान पर कुल 18 सीरीज जीती हैं। 12 साल बाद घरेलू सीरीज गंवाने के सवाल पर भी रोहित शर्मा ने मजेदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 12 साल से जीतते आएं हैं। एक बार हार तो बनती है।
'एक हार तो बनती है यार'
रोहित ने कहा, 12 साल से हम जीतते आएं हैं। एक बार तो बनता हैं न यार। इंडिया में टीम से उम्मीद कुछ ज्यादा ही होती है कि हम हर मैच जीतेंगे और ये फैंस की गलती नहीं है। ऐसा हमने किया है, पिछले कुछ सालों में, जिससे लोगों को हमसे एक लेवल ज्यादा की उम्मीद हो गई है। हमने 18 सीरीज जीती। इसका मतलब है कि हमने बेहतर क्रिकेट खेला। ऐसा नहीं है कि इन दो टेस्ट मैचों में भी हम खराब खेले, बस हमने जो प्लान बनाए थे वो सफल नहीं हुए और फिर विरोधी टीम भी हमें इतने सालों से खेलते हुए देख रही है। वो भी तैयारी करके आते हैं।
न्यूजीलैंड ने कर दिखाया कमाल
गौरतलब हो कि भारत को 359 रनों का लक्ष्य मिला था। न्यूजीलैंड के पांच विकेट चटकाने के बाद भारत पहले सत्र में एक विकेट के नुकसान पर 81 रन बना चुका था और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भारत इस मैच में जीत दर्ज करने की ओर बढ़ सकता है। भारत को सिर्फ एक अच्छे सत्र की जरूरत थी, लेकिन दूसरे सत्र में पूरा मैच न्यूजीलैंड के पक्ष में झुक गया। न्यूजीलैंड ने 113 रन से मैच जीतकर पहली बार भारत में सीरीज जीतने का कमाल कर दिखाया।
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