Mohammed Siraj: 'मां की दुआ और पिता...', रुला देगी मोहम्मद सिराज की कामयाबी की कहानी
मोहम्मद सिराज ने ओवल टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया और भारत को टेस्ट सीरीज में बराबरी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मैच में कुल 9 विकेट और सीरीज में 23 विकेट लिए।द ओवल में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उनकी मां ने बताया कि सिराज हमेशा उनसे दुआ करने को कहते हैं ताकि वह अच्छा प्रदर्शन कर सकें और भारत को जिता सकें।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Mohammed Siraj: द ओवल टेस्ट मैच ही नहीं, बल्कि भारत को टेस्ट सीरीज में बराबरी दिलाने में अहम भूमिका निभाने में मोहम्मद सिराज का नाम सबसे टॉप पर रहा। सिराज ने इस सीरीज में एक भी मैच मिस नहीं किया।
शुरुआत में जसप्रीत बुमराह के साए में वह छिपे रहे, लेकिन बुमराह की गैरमौजूदगी में जब उनको इस गेंदबाजी आक्रामड को लीड करने का मौका मिला तो वह छा गए।
उन्होंने इंग्लैंड को घुटने पर ला दिया। आखिरी मैच में सिराज ने कुल 9 विकेट लिए, जबकि पूरी सीरीज में उन्होंने 23 विकेट चटकाए। मैच के बाद उन्हें शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला। बता दें कि मोहम्मद सिराज की सफलताओं के पीछे उनके परिवार का विश्वास, रीत रिवाज भी जुड़े रहे।
Mohammed Siraj की कामयाबी की कहानी
दरअसल, टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) हर क्रिकेट टूर्नामेंट या सफर से पहले अपने पिता के मकबरे पर जाते हैं और दुआएं मांगते हैं और आशीर्वाद लेते हैं। यही रिवाज वह मैच जीतने के बाद घर लौटने से पहले भी करते हैं।
साल 2021 में उन्होंने अपने पिता को खो दिया था, जिसके बाद वह गिरखापुरी में दौरे से वापस आकर सीधे हवाई अड्डे से अपने पिता के कब्रिस्तान में जाते हैं।
इस बार भी इंग्लैंड दौरे पर जाने से पहले सिराज ने अपना बैग पैक कर अपनी मां को गले लगाया और उन्हें कहा कि अम्मी मरे लिए दुआ करना। मैं अच्छा करूं और इंडिया को जिताऊं। ये बातें उनकी मम्मी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताई।
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सिराज (Mohammed Siraj) की मां ने साथ ही कहा कि अपने अब्बू से बहुत प्यार करता है और उनके पिता भी उन्हें इतना ही प्यार करते थे। वह उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते थे। मेरी प्रार्थना सिराज के साथ हमेशा है। अल्लाह से मैं दुआ करती हूं मेरे बच्चे को कामयाबी और सबकुछ मिले।
शबाना कभी भी सिराज का मुकाबला देखने मिस नहीं करती। उन्होंने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का हर एक मैच देखा और पांचों मैचों में तालियों से उनके लिए चीयर करना और उनकी कामयाबी की दुआ मांगी। मां की दुआ बेटे के काम आई और भारत की ऐतिहासिक जीत में उनका अहम योगदान रहा।
Siraj के भाई ने भी बताई कहानी
इसके साथ ही मोहम्मद सिराज के भाई मोहम्मद इस्माइल ने भी बताया,
"अम्मी हमेशा भाई के लिए प्रार्थना कर रही थी। मां की प्रार्थना में बहुत ताकत होती है। मुझे यकीन ऐसा मेरे मम्मी-पापा दोनों की दुआओं से पूरा हो सका। वह शानदार खेल रहे हैं। वो रोज अम्मी को वीडियो कॉल करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं। वह हमेशा कहती हैं कि हमेशा तरक्की कर, नाम रोशन कर। अब्बू भी कहते थे कि बेटा एक दिन तुझे बहुत नाम कमाना है, इंडिया के लिए खेलना है।"
2021 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पिता के दुनिया छोड़ जाने की खबर सिराज को मिली थी। विराट कोहली और रवि शास्त्री ने उन्हें ये जानकारी दी थी, जिससे उनका दिल टूट गया था। उस दौरान पूरी टीम ने उन्हें मुश्किल समय में संभाला था और उस सीरीज में उन्होंने 13 विकेट लिए थे, जिसमें एक पांच विकेट हॉल शामिल रहा।
ये सीरीज में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट रहे। इस तरह सिराज ने अपने पिता को ट्रिब्यूट दिया था। इस पर उनके भाई ने पुरानी बातें बताई की पिता को खोने के बाद सिराज टूट गए थे और इस दौरान अम्मी ने उसे कहा था कि जो हो गया, ,सो हो गया। अब गेम पर ध्यान दो।
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