पृथ्वी शॉ को टीम में शामिल किए जाने से दूसरे खिलाड़ियों का होगा अपमान, विश्व विजेता कप्तान ने दिया बयान
India tour of England 2021 कपिल देव ने कहा कि आपके पास केएल राहुल और मयंक अग्रवाल जैसे दो बड़े ओपनिंग बल्लेबाज हैं। क्या आपको वास्तव में तीसरे विकल्प की आवश्यकता है और मुझे नहीं लगता कि ये सही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टेस्ट टीम के ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल के चोटिल होने के बाद ये खबर सामने आई कि, पृथ्वी शॉ को टेस्ट टीम में शामिल किया जा सकता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक शुभमन गिल की इस इंजरी की वजह से वो दो महीने के लिए मैदान से बाहर रह सकते हैं और उन्हें भारत वापस भेजा जा सकता है। गिल ने ट्रेनिंग सेशन के दौरान खुद को चोटिल कर लिया था और रिपोर्ट के मुताबिक 21 साल के ये युवा बल्लेबाज ऑफ फील्ड ट्रेनिंग वर्कलोड की वजह से इंजर्ड हुआ था।
अब विराट कोहली एंड कंपनी पृथ्वी शॉ को टीम में शामिल करने के लिए उत्सुक हैं जिन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए पहले भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। पृथ्वी शॉ इस समय भारतीय टीम के साथ श्रीलंका दौरे पर गए हुए हैं जहां 13 जुलाई से वनडे व टी20 सीरीज की शुरुआत होगी। हालांकि शुभमन गिल की जगह पृथ्वी शॉ को टीम में शामिल किया जाएगा या नहीं इसे लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इस मामले पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव ने अपनी राय जाहिर की है।
कपिल ने एबीपी न्यूज के शो वाह क्रिकेट में बात करते हुए कहा कि, मुझे नहीं लगता है कि इसकी कोई जरूरत है साथ ही चयनकर्ताओं के लिए भी कुछ सम्मान होना चाहिए। उन्होंने एक टीम चुनी है और मुझे यकीन है कि ये रवि शास्त्री और विराट कोहली के परामर्श के आधार पर ही हुआ होगा। मेरा मतलब है कि आपके पास केएल राहुल और मयंक अग्रवाल जैसे दो बड़े ओपनिंग बल्लेबाज हैं। क्या आपको वास्तव में तीसरे विकल्प की आवश्यकता है और मुझे नहीं लगता कि ये सही है।
कपिल देव ने आगे कहा कि, मैं इस थ्योरी से इत्तफाक नहीं रखता। उन्होंने जो टीम चुनी है, उसके पास पहले से ही सलामी बल्लेबाज हैं इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें खेलना चाहिए। नहीं तो ये उन खिलाड़ियों के लिए अपमानजनक है जो पहले से ही टीम में हैं। उन्होंने कहा कि, मैं चाहता हूं कि कप्तान और प्रबंधन को अपनी बात रखनी चाहिए, लेकिन चयनकर्ताओं पर हावी होने की कीमत पर नहीं और यह कहना चाहिए कि ये वे खिलाड़ी हैं जिनकी हमें जरूरत है। ऐसे में हमें चयनकर्ताओं की भी जरूरत नहीं है। मुझे यह जानकर थोड़ा अजीब लग रहा है कि ऐसा कुछ हुआ है क्योंकि अगर ऐसा हुआ है तो यह चयनकर्ताओं और उनकी भूमिका को नीचा दिखाता है। आपने जिन खिलाड़ियों का समर्थन किया है, आप उन्हें नीचा नहीं दिखा सकते। वे बड़े खिलाड़ी हैं और मैं नहीं चाहता कि ऐसा कुछ हो क्योंकि किसी अनावश्यक विवाद की जरूरत नहीं है।