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    Irfan Pathan Interview: भारतीय टीम में 80 फीसद खिलाड़ी दबाव झेलने में सक्षम हैं : इरफान पठान

    Irfan Pathan Interview इरफान पठान ने बताया कि आस्ट्रेलिया की पिच भारतीय खिलाड़ियों के लिए मददगार साबित होती है ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का प्रदर्शन वहां अच्छा रहेगा साथ ही भारत और आस्ट्रेलिया इस बार प्रबल दावेदार होंगे।

    By Sanjay SavernEdited By: Updated: Sat, 08 Oct 2022 06:41 AM (IST)
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    भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी (एपी फोटो)

    भारतीय टीम के पूर्व आलराउंडर इरफान पठान का कहना है कि भारतीय टीम जब आस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप में अपना अभियान शुरू करेगी तो टीम पर शुरुआत में थोड़ा दबाव रहेगा, लेकिन इस टीम में 80 प्रतिशत ऐसे खिलाड़ी हैं जो यह दबाव झेलने में सक्षम हैं। अभिषेक त्रिपाठी ने इरफान पठान से की खास बातचीत। पेश हैं मुख्य अंश: -

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    दुनिया भर में टी-20 लीग को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

    - मेरा यह मानना है कि आगे भी टी-20 लीग होगी। भारत के अलावा यूएई और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश में भी टी-20 लीग आयोजित की जा रही है। अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के जो बड़े टूर्नामेंट है और उसका जो महत्व है वो आगे भी बरकरार ही रहेगा, इसका महत्व कभी नहीं कम होगा। हां, यह जरूर है कि दुनिया भर में टी-20 लीग होने से सभी क्रिकेट बोर्डों पर इसे प्रबंध करने की जिम्मेदारी रहेगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और टी-20 लीग की अलग-अलग जगह है और यह जो लीग होती है वो भी क्रिकेट बोर्ड ही कराते हैं।

    - आपके अनुसार कौन सी टीमें हैं जो टी-20 विश्व कप की प्रबल दावेदार हैं?

    - मुझे भारतीय टीम पर पूरा भरोसा है, क्योंकि आस्ट्रेलिया की पिचें भारत के लिए मददगार होती हैं। भारत के अलावा आस्ट्रेलिया बेहतर कर सकती है क्योंकि इस टूर्नामेंट का आयोजन आस्ट्रेलिया में ही हो रहा है और वह गत विजेता भी है। इन दो टीमों के अलावा अन्य टीमों का प्रदर्शन टूर्नामेंट शुरू होने पर ही पता चलेगा, लेकिन भारत और आस्ट्रेलिया के पास बल्लेबाजी क्रम काफी अच्छा है।

    - भारत का पिछले विश्व कप में प्रदर्शन खराब रहा और एशिया कप में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। इस पर क्या कहेंगे?

    - टीम प्रबंधन और भारतीय टीम इस बारे में जरूर सोच रही होगी और जब टीम विश्व कप में उतरेगी तो शुरुआत में उनपर दबाव रहेगा, लेकिन इस वैश्विक टूर्नामेंट के लिए जो टीम चुनी गई है उसमें से 80 फीसद खिलाड़ी ऐसे हैं, जो इस दबाव को झेलने में सक्षम हैं। टीम का विश्व कप दौरा इस पर निर्भर करेगा कि इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन दबाव में कैसा रहता है। पिछले विश्व कप की तुलना में इस बार जो खिलाड़ी जा रहे हैं वो अच्छे फार्म में जा रहे हैं। विराट कोहली का फार्म वापस आ गया है और अन्य खिलाड़ी भी फार्म में हैं। छठे गेंदबाज की अब समस्या नहीं है। काफी सारी सकारात्मक चीजे हैं। सभी लोग विश्व कप जीतना चाहते हैं, लेकिन सच्चाई तो यह है कि कोई एक टीम ही इसे जीत सकती है। भारत को सीख लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए।

    - आपने अपने नजरिये से पिछले तीन वर्षों में विराट कोहली को किस तरह देखा?

    - कोहली ने इन तीन वर्षों में खुद को संतुलित रखा और प्रदर्शन करने की कोशिश की और वह इन वर्षों में लगे रहे। यह उनकी मजबूती बताती है कि उन्होंने हार नहीं मानी और सकारात्मक रहे। यह आसान नहीं होता है। सारी दुनिया की नजर उनके ऊपर थी और वैसा ही दबाव भी था। कोहली ने इस दबाव को झेला और वापसी की। एशिया कप में उन्होंने शतक भी जड़ा।