IPL 2020: एक ही टी-20 मैच में दिख रहा दो अलग तरह का खेल- हर्षा भोगले
IPL 2020 भोगले ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें एक ही टी-20 मुकाबले में दो अलग तरह के खेल दिखने शुरू हो गए हैं। हमें लगता था कि ऐसा 50 ओवर के खेल में होता है लेकिन अब ये फटाफट प्रारूप में भी नजर आ रहा है।
(हर्षा भोगले का कॉलम)
इस साल मैंने तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन का भरपूर लुत्फ उठाया। आप हमेशा ये बात नहीं कह सकते, लेकिन कैगिसो रबादा, जोफ्रा आर्चर और पैट कमिंस तीनों ने हमें एक बार फिर रोमांचित कर दिया है। मैंने राजस्थान और कोलकाता के बीच मुकाबले में हुई तेज गेंदबाजी का भी मजा लिया। आर्चर ने शुरुआती तीन ओवर में चार रन की एवज में दो विकेट चटकाए। स्पीड ट्रैकर देख रहे लोगों को लगा होगा कि टेस्ट क्रिकेट वापस लौट आया है। उन्हें देखना शानदार रहा। वह लगातार 150 किमी प्रतिघंटे की गति से गेंदबाजी कर रहे थे।
इसके बाद बारी कोलकाता की टीम की थी। कोलकाता ने फैसला किया कि पैट कमिंस को वो करना चाहिए जो वह सबसे बेहतर करते हैं। और वो है नई गेंद को पकड़कर सही जगह पर खतरनाक गेंद डालना। स्टीव स्मिथ को गई कमिंस की गेंदबाजी का वो हिस्सा ही असल मायनों में क्रिकेट है। दोस्त और टीम के साथी अब प्रतिद्वंद्वी हैं। दोनों एक-दूसरे को पछाड़ने की होड़ में। कोई किसी को थोड़ी सी भी जगह देने को तैयार नहीं। आखिरकार ये बाजी कमिंस के हाथ लगी। कमिंस ने इसके साथ ही पावरप्ले में तेज गेंदबाजी की जंग भी अपने नाम की।
और फिर जसप्रीत बुमराह भी तो हैं, जिन्होंने शानदार लय में चल रहे मयंक अग्रवाल का डिफेंस चकनाचूर कर दिया। टूर्नामेंट में अभी तक बुमराह का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव वाला रहा है। मगर जब वह उच्च स्तर पर होते हैं तो उनकी गेंदबाजी सांसें रोककर देखने वाली होती है। उन्होंने फॉर्म में चल रहे एक बल्लेबाज को अपनी तेज गति से पस्त कर दिया। कोई स्लोअर बॉल नहीं, कोई धीमी बाउंसर नहीं, कोई वाइड यॉर्कर नहीं, ये पूरी तरह गति से की गई गेंदबाजी थी। खासतौर पर टी-20 क्रिकेट में इसे देखना ही हमारे इस खेल की खूबसूरती है।
इससे पहले, शेल्डन कॉटरेल ने बायें हाथ के गेंदबाज के तौर पर सपनों सरीखी गेंद डाली। ये गेंद बायें हाथ के बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक के लिए लेग स्टंप पर पड़ी और स्विंग के साथ मिडिल और ऑफ स्टंप ले उड़ी। मगर दुर्भाग्य से जब हम मुकाबले के अंत में पहुंचते हैं तो गेंद अपनी मारक क्षमता खो चुकी होती है या फिर गेंदबाज डैमेज कंट्रोल में जुट जाते हैं। ऐसे में रन और अधिक तेजी से आते हैं। मुझे लगता है कि हमें एक ही टी-20 मुकाबले में दो अलग तरह के खेल दिखने शुरू हो गए हैं। हमें लगता था कि ऐसा 50 ओवर के खेल में होता है, लेकिन अब ये फटाफट प्रारूप में भी नजर आ रहा है। हर साल ये टूर्नामेंट हमें कुछ नया दिखाता है।