IPL 2020: चेन्नई सुपर किंग्स को पुराने बेखौफ और निडर MS Dhoni की जरूरत- श्रीकांत
IPL 2020 श्रीकांत ने कहा कि मुझे लगता है कि पिछले विश्व कप और लीग के बीच मिले लंबे ब्रेक का असर धौनी के प्रदर्शन पर पड़ा है। अगर ये टूर्नामेंट अप्रैल में हुआ होता तो कहानी कुछ और हो सकती थी।
(क्रिस श्रीकांत का कॉलम)
मौजूदा लीग में एमएस धौनी की बतौर बल्लेबाज एप्रोच और बतौर कप्तान रणनीति पर काफी बातें की जा चुकी हैं। दुनिया को इस दिग्गज खिलाड़ी से बेहद उम्मीदें थीं। सीमित ओवर प्रारूप में एक बल्लेबाज और कप्तन के तौर पर उनका रिकॉर्ड बेमिसाल है। मुझे लगता है कि पिछले विश्व कप और लीग के बीच मिले लंबे ब्रेक का असर धौनी के प्रदर्शन पर पड़ा है। अगर ये टूर्नामेंट अप्रैल में हुआ होता तो कहानी कुछ और हो सकती थी।
मैंने कई महान बल्लेबाजों के साथ ऐसा होते देखा है और अगर आपके पास जबरदस्त तकनीक नहीं होती तो इससे निपटने का सबसे बढि़या तरीका आक्रामक रवैया है। उन्हे वैसे पुराने धौनी की तरह खेलना चाहिए जो बेखौफ और निडर बल्लेबाजी किया करता था और जो कभी भी गेंदबाजों को खुद पर हावी नहीं होने देता था मगर दुर्भाग्य से इस बार उन्होंने हर पारी में गेंदबाजों को हावी होने का मौका दिया।
जहां तक बात कप्तान के तौर पर धौनी की रणनीति की है तो मुझे वास्तव में ये बात समझ नहीं आती कि वो युवाओं को खिलाने से क्यों इन्कार करते हैं। यहां तक कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही चेन्नई को ये बात मालूम थी कि उनके पास सर्वश्रेष्ठ अंतिम एकादश उपलब्ध नहीं है। ये वैसी ही स्थिति थी जैसी कि टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया की थी, जहां धौनी को युवाओं में भरोसा जताने का इनाम ट्रॉफी के रूप में मिला था।
कप्तान के तौर पर 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी उनकी सबसे बड़ी जीत में से है और जिस तरह उन्होंने एक युवा टीम को दुनिया जीतने वाला दल बनाया, उससे उनकी कप्तानी को नया मुकाम मिला। मुझे यूएई में भी उनसे ऐसी ही उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने दूसरा रास्ता चुना जबकि युवा अनकैप्ड खिलाडि़यों को मौका देने वाली अन्य सभी टीमों का प्रदर्शन बेहतर रहा है। तीन बार की चैंपियन के लिए शुरुआत से लेकर अंत तक आक्रामक बल्लेबाजी का रवैया खराब विचार नहीं है। अगर इनमें से कुछ खिलाड़ी भी अपना स्वाभाविक खेल खेलने में सफल रहे तो मुझे पूरा विश्वास है कि ये टीम बेहतर से बेहतर टीम को मुश्किल में डाल सकती है।