IND vs ENG: ड्यूक बॉल की क्वालिटी पर उठा सवाल तो कंपनी मालिक ने दी सफाई, कहा- कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
ड्यूक गेंद को लेकर उठे सवाल पर कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया ने कहा कि वह हर पहलू पर जांच करेंगे। दिलीप जाजोदया ने कहा कि कंपनी अपनी जांच में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि लेदर से लेकर टैनिंग प्रक्रिया और अन्य कच्चे माल तक हर पहलू की जांच की जाएगी।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। ड्यूक बॉल के निर्माता ने पुष्टि की है कि वे इंग्लैंड और भारत के बीच पहले तीन टेस्ट मैचों में इस्तेमाल की गई मैच गेंदों की गहन समीक्षा करेंगे। यह घोषणा गेंद की क्वालिटी को लेकर हुई आलोचना के बाद गई है। क्रिकेटरों ने इसके जल्दी नरम हो जाने और लंबे स्पैल में गेंदबाजों की मदद करने में असमर्थता को लेकर चिंता जताई गई थी।
भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने एजबेस्टन टेस्ट के बाद ड्यूक बॉल को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि ड्यूक गेंद बहुत जल्दी नरम हो रही है, जिससे मुकाबला बल्लेबाजों के पक्ष में झुक गया। गिल की भी वही शिकायत रही थी जो कई खिलाड़ियों और क्रिकेट पंडितों ने पूरी सीरीज के दौरान कही थी। गेंद वैसा व्यवहार नहीं कर रही थी जैसा वह पारंपरिक रूप से इंग्लैंड की परिस्थितियों में करती है।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी की थी आलोचना
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी इस बात पर चिंता जताई कि गेंद की क्वालिटी में भी गिरावट आई है, जो ऐतिहासिक रूप से आकार बनाए रखने और निरंतर गति प्रदान करने के लिए जाना जाता है। ब्रॉड ने तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की मांग करते हुए कहा कि इससे टूर्नामेंट प्रभावित हो रहा है।
कंपनी मालिक ने दी सफाई
अब आलोचनाओं का जवाब देते हुए ड्यूक बनाने वाली कंपनी ब्रिटिश क्रिकेट बॉल्स लिमिटेड के मालिक दिलीप जाजोदिया ने बीबीसी स्पोर्ट को बताया कि कंपनी अपनी जांच में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि लेदर से लेकर टैनिंग प्रक्रिया और अन्य कच्चे माल तक हर पहलू की जांच की जाएगी।
समीक्षा की जाएगी
दिलीप जाजोदिया ने कहा, हम इसे ले जाएंगे, जांच करेंगे और फिर लेदर बनाने वाले से बात करेंगे, सभी कच्चे माल के बारे में बात करेंगे। हर चीज के बारे में। हम जो कुछ भी करेंगे उसकी समीक्षा की जाएगी, और फिर अगर हमें लगेगा कि कुछ बदलाव करने या सख्ती करने की जरूरत है, तो हम करेंगे।
मेजबान देश करता है गेंद का चुनाव
टेस्ट क्रिकेट में गेंद का चुनाव आमतौर पर मेजबान देश पर निर्भर करता है। भारत एसजी गेंद का इस्तेमाल करता है। ऑस्ट्रेलिया कूकाबुरा का जबकि इंग्लैंड ड्यूक को प्राथमिकता देता है। जो सीम-फ्रेंडली परिस्थितियों में लंबे समय तक मूवमेंट देने के लिए जानी जाती है। हालांकि, इस सीरीज में यह खासियत गायब दिखी।
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