Ind vs Aus: सिडनी में गेंदबाज़ी करने से पहले क्यों घबराए हुए थे कुलदीप यादव?
Ind vs Aus: 24 वर्षीय कुलदीप यादव ने चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन मैच में तीन विकेट हासिल किए।
सिडनी, विशेष संवाददाता। ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अपने पहले टेस्ट में प्रभावित करने वाले भारतीय चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि उन्हें टेस्ट गेंदबाज के रूप में सुधार करने के लिए और समय की जरूरत है।
24 वर्षीय बायें हाथ के कलाई स्पिनर ने चौथे टेस्ट मैच के तीसरे टेस्ट मैच में तीन विकेट हासिल किए। लॉर्डस के बाद विदेशी सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट खेल रहे कुलदीप ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करने के लिए कुछ भी बदलाव नहीं किया। मैं इस सीरीज में अपना पहला टेस्ट खेल रहा हूं इसलिए थोड़ा घबराया हुआ था। मैं इतना क्रिकेट खेल चुका हूं कि मुझे ठीक-ठाक जानकारी है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में मुझे शायद सुधार करने के लिए थोड़े और समय की जरूरत है। आप जितना अधिक लाल गेंद से खेलोगे, उतना ही ज्यादा आप सुधार कर सकते हो। मैंने ऑस्ट्रेलिया में जरूर दिग्गज स्पिनर शेन वार्न से गेंदबाजी के कुछ टिप्स लिए थे।’
उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में जितना ज्यादा आप खेलोगे, उतने बेहतर ढंग से आप बल्लेबाज को पढ़ सकोगे। बल्लेबाज के लिए योजना बनाने के लिए आपके पास समय होगा और आप उतने ही ज्यादा ओवर फेंक सकोगे और क्षेत्ररक्षण को बदल सकोगे। जब मैं लॉर्डस टेस्ट खेलकर आया तो मैंने अपने कोच के साथ एक सप्ताह तक गेंदबाजी की और भारत ए की तरफ से ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेला। मैंने वहां अच्छा प्रदर्शन किया। इंग्लैंड का दौरा मेरे लिए चुनौती भरा था, खासकर लॉर्डस टेस्ट। इसके बाद मैंने अपने कोच के साथ अपनी गेंदबाजी पर काम किया।’
उन्होंने कहा, ‘जब आप जानते हो कि अश्विन और जडेजा विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक हैं और आप टीम के तीसरे नंबर के स्पिन गेंदबाज हो तो ऐसे में आप खुद को प्रेरित करने की कोशिश करते हैं और सीखने की ललक बढ़ जाती है। यह महत्वूपर्ण है कि उनसे सीखा जाएं क्योंकि उन्होंने बहुत क्रिकेट खेला है जबकि मैं अभी सीख रहा हूं। मुझे सीनियर खिलाड़ियों से मदद मिलती है और रिषभ पंत भी मदद करते हैं कि गेंद को किस जगह फेंकना सही रहेगा। वनडे में थोड़ा आसान है क्योंकि वहां धौनी रहते हैं जिन्होंने बहुत क्रिकेट खेला है।’ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और टिम पेन कुलदीप की फ्लाइट को समझ नहीं पाए थे और अपने विकेट गंवा दिए थे। सिडनी मैदान की पिच स्पिनरों के लिए सहायक रहती है।