IND vs PAK: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने टीम को दी चेतवानी, कहा- भारतीय स्पिनरों के खिलाफ होगी असली परीक्षा
एशिया कप में रविवार को भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला जाएगा। वसीम अकरम ने दैनिक जागरण के सवाल पर कहा भारत-पाकिस्तान मैच की तीव्रता कभी कम नहीं होगी। जब भी भारत और पाकिस्तान खेलते हैं मजा आता है। खिलाड़ियों को भी और दर्शकों को भी लेकिन मेरी अपील है कि आखिरकार यह केवल एक खेल है।

नितिन नागर, जागरण नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज वसीम अकरम का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर रोमांच और प्रतिद्वंद्विता तो हमेशा रहेगी, लेकिन अंतत: ये केवल खेल है। एक टीम जीतेगी और एक टीम हारेगी, लेकिन दोनों देशों में हार पर खिलाड़ियों पर निजी हमले शुरू हो जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए हमें मैच को खेल की तरह लेना चाहिए।
एशिया कप में रविवार को भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला जाएगा। वसीम अकरम ने 'दैनिक जागरण' के सवाल पर कहा, भारत-पाकिस्तान मैच की तीव्रता कभी कम नहीं होगी। जब भी भारत और पाकिस्तान खेलते हैं, मजा आता है। खिलाड़ियों को भी और दर्शकों को भी, लेकिन मेरी अपील है कि आखिरकार यह केवल एक खेल है। किसी को जीतना है, किसी को हारना है। हमें पश्चिमी देशों की तरह मानसिकता रखनी चाहिए। वहां लोग एक-दो दिन आलोचना करते हैं और फिर आगे बढ़ जाते हैं। हमारे यहां खिलाड़ी पर निजी हमले शुरू हो जाते हैं।
खिलाड़ियों को सम्मान बनाए रखना जरूरी
अकरम ने कहा, दोनों देशों के खिलाड़ियों को आक्रामक जरूर होना चाहिए लेकिन सम्मान बनाए रखना जरूरी है। खिलाड़ियों के व्यवहार का असर सीधे दर्शकों पर पड़ता है। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि 90 के दशक में इंटरनेट मीडिया नहीं था, खिलाड़ियों पर दबाव ज्यादा होता था। अब खिलाड़ी अपेक्षाकृत सहज रहते हैं और इंटरनेट मीडिया पर लोग इस प्रतिद्वंद्विता का मजा मीम बनाकर उठाते हैं।
वरुण-कुलदीप से रहना होगा सावधान
रविवार के मैच को लेकर अकरम ने कहा कि पाकिस्तान की असली परीक्षा भारत के स्पिन आक्रमण के खिलाफ होगी। भारत की टीम टी-20 प्रारूप में भी मजबूत है। मेरा मानना है कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी चुनौती उनकी मध्यक्रम बल्लेबाजी होगी, जब वे भारत के स्पिनरों का सामना करेंगे। बुमराह को वे किसी तरह देख लेंगे, लेकिन वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव जैसे स्पिनरों को समझना आसान नहीं है। अगर आप उनकी गेंदबाजी को हाथ से पढ़ने के बजाय पिच के बाद समझने की कोशिश करेंगे, तो देर हो जाएगी। यही पाकिस्तान की मुश्किल हो सकती है।
बुमराह किस प्रारूप में खेलेंगे, यह उनका निर्णय
जसप्रीत बुमराह की फिटनेस और उनके वर्कलोड मैनेजमेंट पर पूछे गए सवाल पर अकरम ने कहा कि यह पूरी तरह खिलाड़ी का निजी निर्णय होना चाहिए। उन्होंने कहा, लोग कहते हैं कि बुमराह को किसी एक प्रारूप से हट जाना चाहिए। लेकिन यह निर्णय सिर्फ उसी का होना चाहिए। अभी भारतीय टीम प्रबंधन उसे सही तरह से मैनेज कर रहा है। भारत के पास बैकअप के तौर पर भी तेज गेंदबाज हैं। सिराज हैं, शमी फिट होने के बाद आएंगे और भी कई अच्छे विकल्प मौजूद हैं। इसलिए बुमराह पर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।
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