रोहित शर्मा बोले- पत्नी और बेटी ने जीवन को प्यार से भर दिया है, अब किसी के बारे में नहीं सोचता
Rohit Sharma Interview साल 2020 की शुरुआत में रोहित शर्मा ने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर बात की है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत की सीमित ओवरों की टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा के लिए 2019 काफी सफल रहा, जिसमें वह टेस्ट सलामी बल्लेबाज की भूमिका में भी सफल रहे। सलामी बल्लेबाज के तौर पर 2019 में सभी प्रारूपों में 2442 रन बनाने वाले रोहित शर्मा ने कहा कि अब खेल को लेकर उनकी सोच बदल गई है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 12 साल बिताने वाले रोहित ने कहा, "मैं क्या सोचता हूं इसे लेकर मैं अलग तरह का रोहित हूं। अपने परिवार, पत्नी (रितिका) और बेटी (समायरा) के कारण मैं अपने जीवन में काफी अच्छी स्थिति में हूं। अपने करियर के दौरान सराहना और आलोचना दोनों का सामना करने वाले 32 साल के रोहित ने कहा कि वह अब आलोचनाओं के बारे में अधिक नहीं सोचते।"
उन्होंने कहा कि पत्नी और बेटी ने मेरे जीवन को प्यार और खुशी से भर दिया है और मैं इसी में रहने का प्रयास करता हूं। अब यह नहीं सोचता कि कोई मेरे बारे में क्या टिप्पणी कर रहा है। मैं उस उम्र को पार कर गया हूं कि किसी के मेरे बारे में अच्छा या बुरा कहने पर प्रतिक्रिया दूं। अब यह अधिक मायने नहीं रखता। बता दें कि रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ 3 मैचों की टी20 सीरीज से आराम लिया हुआ है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में शुरुआत करते हुए रोहित ने दोनों पारियों में शतक जड़े थे, जिससे भारत को वह लय मिली, जिसकी उसे वीरेंद्र सहवाग के जाने के बाद लंबे अर्से से तलाश थी। रोहित से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने काफी पहले टेस्ट मैचों के बारे में सोचना छोड़ दिया था। पहले मैं टेस्ट मैचों में सफलता के बारे में काफी सोचता था। मैं सोचता था कि ऐसा क्यों हो रहा है, मैंने यह शॉट क्यों खेला।
प्रत्येक टेस्ट पारी के बाद मैं हमारे वीडियो विश्लेषक के पास जाता, उसके साथ बैठकर वीडियो देखता और फिर और अधिक भ्रमित हो जाता। असल में मैं जो कर रहा था वह सही चीज नहीं थी। तकनीक के बारे में काफी अधिक सोचने से मैं खेल का लुत्फ नहीं उठा पा रहा था। मेरे दिमाग में सिर्फ यही था कि मुझे टेस्ट क्रिकेट में अच्छा करना है। इसलिए 2018-19 ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले मैंने स्वयं से कहा कि जो होना है वो होगा और मैं अपनी तकनीक के बारे में नहीं सोचूंगा।
कई लोगों का मानना था कि टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर दक्षिण अफ्रीका सीरीज रोहित के पास अंतिम मौका था, लेकिन वह स्वयं ऐसा नहीं मानते। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि उन्हें मौके का फायदा उठाना था। उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि मैं 22 या 23 साल का नहीं हूं जिसे टेस्ट क्रिकेट में मौके मिलते रहेंगे। मुझे पता था कि मुझे हर बार क्रीज पर उतरते हुए खुद को साबित करना होगा। मैं खुशकिस्मत था कि मुझे वह मौका मिला, जिसका कई लोगों को इंतजार था।
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