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    EXCLUSIVE: विराट कोहली के डीएनए में है आक्रामकता : ब्रायन लारा

    ब्रायन लारा की पारखी नजर धौनी और पंत ही नहीं बल्कि सचिन और विराट की तुलना को भी सही नहीं मानती।

    By Sanjay SavernEdited By: Updated: Sun, 15 Dec 2019 09:18 PM (IST)
    EXCLUSIVE: विराट कोहली के डीएनए में है आक्रामकता : ब्रायन लारा

    क्रिकेट अगर एक फिल्म है तो ब्रायन लारा उस फिल्म के सबसे मनोरंजक किरदार। करीब 17 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में लारा ने क्रिकेट के हर उतार-चढ़ाव को देखा। बेशक वह अब मैदान से दूर हो गए हों, लेकिन क्रिकेट से आज भी उन्हें उतना ही लगाव है जितना उन्हें खेलते समय हुआ करता था। लारा की पारखी नजर धौनी और पंत ही नहीं, बल्कि सचिन और विराट की तुलना को भी सही नहीं मानती। उन्हें लगता है कि आक्रामकता विराट के डीएनए में है और इसे सबको स्वीकार कर लेना चाहिए। ऊषा प्ले कार्यक्रम में शिरकत करने दिल्ली आए टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर के विश्व रिकॉर्डधारी वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज ब्रायन लारा से अभिषेक त्रिपाठी ने क्रिकेट से जुड़े तमाम पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंश :-

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    -भारत और वेस्टइंडीज के बीच हाल ही में खत्म हुई टी-20 सीरीज काफी रोचक रही। अब वनडे सीरीज चल रही है। आपको कैसे नतीजे की उम्मीद है?

    --देखिए, अगर तीन मैचों की टी-20 सीरीज की बात करें तो वेस्टइंडीज वह सीरीज जीत सकता था। पहले टी-20 में अगर उसने अच्छी गेंदबाजी की होती तो नतीजा उसके पक्ष में हो सकता था। जहां तक वनडे सीरीज की बात है तो वेस्टइंडीज के पास सीरीज जीतने का अच्छा मौका है। उसके पास अच्छे युवा प्रतिभावान खिलाड़ी हैं जो वेस्टइंडीज को सीरीज में जीत दिला सकते हैं। उन्हें विराट की टीम के सामने अगर जीत हासिल करनी है तो सौ फीसद प्रदर्शन करना होगा।

    -कुछ समय पहले संन्यास लेने वाले ड्वेन ब्रावो ने हाल ही में घोषणा की है कि वह अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप में चयन के लिए उपलब्ध होंगे। ब्रावो के आने से वेस्टइंडीज की टीम में कितना फर्क पड़ेगा?

    --ड्वेन ब्रावो एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी मौजूदगी मात्र से किसी टीम पर सकारात्मक असर पड़ता है। आइपीएल की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स हो या फिर कैरेबियन प्रीमियर लीग की टीम त्रिनिबैगो नाइटराइडर्स हो, उन्होंने हमेशा टीम में अपनी छाप छोड़ी है। इसी तरह हमेशा से उन्होंने वेस्टइंडीज पर सकारात्मक असर छोड़ा है। हालांकि टीम में वापसी उनके लिए आसान नहीं होगी। उन्हें इसके लिए लड़ना होगा, अपनी फिटनेस साबित करनी होगी और अपनी फॉर्म दिखानी होगी। मुझे लगता है कि अभी वेस्टइंडीज की टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है। हालांकि, मुझे उम्मीद है कि ब्रावो आने वाले दिनों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और टीम में जगह बनाएंगे।

    -हाल ही में आपने कहा था कि रोहित शर्मा आपके एक पारी में 400 टेस्ट रन के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। आपको रोहित की बल्लेबाजी में सबसे ज्यादा क्या पसंद आता है?

    --रोहित एक रोमांच पैदा करने वाले क्रिकेटर हैं। जब आप क्रिकेट या दूसरा कोई भी खेल खेलते हैं तो उसमें मनोरंजन एक अहम हिस्सा होता है। मुझे हमेशा रोहित शर्मा, विराट कोहली, डेविड वार्नर, क्रिस गेल और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाडि़यों ने रोमांचित किया है। इन सभी ने मैदान में जाकर अपने खेल से लोगों के बीच रोमांच पैदा किया है और उनका खूब मनोरंजन किया है।

    -धौनी को आराम देकर हाल के दिनों में रिषभ पंत को खूब आजमाया गया है। आगामी टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए आप इनमें से किसे बेहतर मानते हैं?

    --मौजूदा हालात के हिसाब से मैं महेंद्र सिंह धौनी के साथ जाना चाहूंगा। धौनी एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं और आप उनकी तुलना किसी और के साथ नहीं कर सकते। मुझे लगता है कि धौनी अभी भी फिट हैं और किसी टीम के साथ खेलने के लिए तैयार हैं। उन्हें पता है कि उन्हें क्या करना है। उन्होंने भारत के लिए बेहतरीन नतीजे दिए हैं। हालांकि, अगर आप युवा रिषभ पंत की बात करें तो वह महज अभी 21 साल के हैं और उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का अभी दबाव है। भारत एक ऐसा देश है जहां क्रिकेट धर्म की तरह है और आपको टीम में बने रहने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना होगा। पंत के अलावा संजू सैमसन के रूप में भी भारत के पास अच्छा विकल्प है। साथ ही केएल राहुल भी जरूरत पड़ने पर विकेटकीपर की भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में भारत के पास विकेटकीपर के लिए बहुत विकल्प हैं।

    -हाल ही में हमने देखा कि कैसे विराट कोहली ने कैरिबियाई गेंदबाज विलियम्स की नकल उतारी। उन्होंने 2017 की घटना का बदला लिया। बतौर कप्तान विराट के गर्म मिजाज को कैसे देखते हैं?

    --विराट कोहली एक अद्भुत क्रिकेटर हैं और उनके रिकॉर्ड उनकी सफलता की कहानी बयां करते हैं। वह बेहद उत्साही और जुनूनी क्रिकेटर हैं। ये सभी काबिलियत एक शानदार खिलाड़ी को चरितार्थ करती हैं। यह सब उनके डीएनए का हिस्सा है और हम सभी को इसे स्वीकारना होगा। यह उनके खेल के लिए भी अच्छा है।

    -विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक वनडे शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ने की ओर बढ़ रहे हैं। आप सचिन के साथ खेल चुके हैं और अब आप विराट को खेलते देख रहे हैं। दोनों में किस तरह की तुलना की जा सकती है?

    --मैं इन दोनों खिलाडि़यों ती तुलना नहीं कर सकता। संभवत: ये दोनों भारत के महानतम खिलाड़ी हैं। सचिन अपने करियर के दौरान अद्भुत थे और विराट भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। दोनों की कामयाबियां बेहतरीन रही हैं। मुझे इन दोनों के बीच तुलना बिलकुल भी पसंद नहीं है।

    -निलंबन से लौटने के बाद डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ जबरदस्त खेल दिखा रहे हैं। आपके हिसाब से निलंबन के बाद इन दोनों में क्या बदवाल देखने को मिले हैं?

    -- इन दोनों ने निलंबन के बाद मानसिक रूप से मजबूती के साथ वापसी की है। जिस दौर से ये दोनों गुजरे हैं, वैसे दौर से गुजरना किसी के लिए भी बेहद मुश्किल होता है। जो हुआ वह दुर्भाग्यपूण था, लेकिन जिस तरह की लय के साथ उन्होंने वापसी की है, वह साबित करता है कि वे मानसिक रूप से कितने मजबूत हैं।

    -विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारत सबसे आगे चल रहा है। इस पहल को आप कैसे देखते हैं और भारत को किससे अच्छी चुनौती मिल सकती है?

    --यह एक अच्छी पहल है। लंबे समय से इसी पहल का इंतजार किया जा रहा था। यह अपनी तरह की ऐसी पहली कोशिश है। इसलिए इसे सफल बनाने के लिए कुछ चीजों को बदलनी होगी। जहां तक भारत को चुनौती देने के बात है तो उसे ऑस्ट्रेलिया इस समय कड़ी चुनौती दे सकता है। मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलिया अच्छी क्रिकेट खेल रहा है। किसी भी टीम के लिए इंग्लैंड को इंग्लैंड में हराना भी काफी मुश्किल होता है। भारत भी इस समय शानदार क्रिकेट खेल रहा है और उसे हराना किसी भी टीम के लिए काफी मुश्किल होगा।

    -आपके क्रिकेट करियर के दौरान कौन सा वह गेंदबाज था जिसे आपको खेलने में सबसे ज्यादा परेशानी होती थी?

    --वसीम अकरम। मेरे समय में वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे। उनके पास अच्छी गति थी। मुझे अपना शिकार बनाने में ग्लेन मैक्ग्रा सबसे आगे थे। उन्होंने मुझे सबसे ज्यादा बार अपना शिकार बनाया। इसी तरह शेन वॉर्न और मुरलीधरन खास स्पिनर थे। सिर्फ यहीं नहीं, बल्कि मेरे समय में कई महान गेंदबाज थे।