EXCLUSIVE: अंडर-19 विश्व कप जीतने का मौका एक बार मिलता है : यशस्वी जयसवाल
यशस्वी जयसवाल ने कहा कि देश के लिए अंडर-19 विश्व कप खेलने और जीतने का मौका जीवन में एक बार आता है और आइपीएल की नीलामी हर साल होती है
जनवरी 2020 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए मुंबई के बायें हाथ के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं। 28 दिसंबर को 18 साल के होने वाले यशस्वी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले हैं, जहां उनका परिवार आज भी रहता है। यशस्वी ने 10 साल की उम्र में मुंबई पहुंचने के बाद काफी संघर्ष किया और वहां जूनियर क्रिकेट में अपना लोहा मनवाया। यशस्वी ने पिछले साल बांग्लादेश में हुए अंडर-19 एशिया कप में भारत को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई थी और मैन ऑफ द सीरीज बने थे। अंडर-19 विश्व कप के लिए उनकी तैयारियों और अन्य मुद्दों पर यशस्वी जायसवाल से उमेश राजपूत ने खास बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश :-
-अंडर-19 विश्व कप की तैयारियां कैसी चल रही हैं?
--हमारी टीम 20 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका रवाना होगी। हमारी तैयारी काफी अच्छी चल रही है। मैं काफी कड़ा अभ्यास कर रहा हूं। वैसे मेरी तैयारी अभी चल रही है। मेरे कोच ज्वाला सिंह ने मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए मुझे कई टिप्स दिए हैं। वहां के विकेटों में थोड़ी उछाल और गति होती है तो वह मुझे उसके अनुसार तैयारी करा रहे हैं।
-आप छह फुट के हैं। दक्षिण अफ्रीका के उछाल भरे विकेटों पर क्या आपको लंबे कद का फायदा मिलेगा?
--मैं दक्षिण अफ्रीका में अभी तक खेला नहीं हूं तो मुझे वहां के हालात के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन देखते हैं कि अपनी लंबाई का मैं वहां कितना फायदा उठा पाता हूं।
-विश्व कप से पहले आपकी टीम को मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैच और एक चतुष्कोणीय टूर्नामेंट खेलना है। विश्व कप के लिए यह कितना फायदेमंद साबित होगा?
--इसका काफी फायदा मिलेगा, क्योंकि इससे हम वहां के हालात के अनुकूल अपने को ढाल लेंगे। यही वजह है कि हम थोड़ा पहले भी जा रहे हैं। यह अच्छी तैयारी के लिए है। हमारी लिए यह एक अच्छा मौका होगा।
-गत विजेता होने का टीम पर कुछ दबाव रहेगा?
--थोड़ा दबाव तो रहता ही है, लेकिन मैदान पर उतरने के बाद यह सब बातें पीछे छूट जाती हैं।
-प्रियम गर्ग भारतीय टीम के कप्तान हैं। आप उनकी कप्तानी में पहले भी खेलें हैं। उनका रवैया कैसा रहता है? साथ ही टीम के कोच पारस महांब्रे से किस तरह का सहयोग मिलता है?
--प्रियम सभी खिलाडि़यों का मनोबल बढ़ाते हैं और टीम में बहुत ही अच्छा माहौल बनाते हैं। उन्हें सभी पर भरोसा है कि कोई भी मैच जिता सकता है। वहीं, पारस सर काफी अनुभवी हैं और हमारे साथ अपने अनुभव साझा करते हैं। उनसे हमें काफी सहयोग मिलता है। उनके मार्गदर्शन में खेलकर हम काफी लुत्फ उठा रहे हैं।
-इस साल आपने घरेलू वनडे मैचों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। विजय हजारे वनडे ट्रॉफी में आपने दोहरा शतक भी जड़ा। विश्व कप के लिए आपने कुछ योजना बनाई है?
--मैं हमेशा एक बार में एक ही मैच को लेकर चलता हूं और मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि मेरी प्रक्रिया सही रहे, ताकि परिणाम अपने आप आए।
-टीम में आप सहित कई खिलाड़ी साधारण पृष्ठभूमि के परिवारों से आए हैं। आप सभी के लिए यह कितनी बड़ी उपलब्धि है?
-यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है और हम सभी के लिए यह बहुत गर्व का पल है कि हम भारत के लिए विश्व कप खेलने जा रहे हैं। हमारे कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और हमारी पूरी कोशिश इसे अच्छे से निभाने की होगी।
-आइपीएल के अगले सत्र के लिए गुरुवार को नीलामी होनी है। इसे लेकर कितने उत्साहित हैं?
--मेरा पूरा ध्यान विश्व कप पर है। देश के लिए अंडर-19 विश्व कप खेलने और जीतने का मौका जीवन में एक बार आता है और आइपीएल की नीलामी हर साल होती है। इसलिए आइपीएल टीम में आने के कई मौके मिलेंगे। लेकिन, सच्चाई यही है कि मैं अगर अच्छा करूंगा तो आइपीएल में भी आऊंगा।