पूर्व गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने बताया कि कौन है अगले विश्व कप का दावेदार
एलन डोनाल्ड ने बताया कि अगले विश्व कप का दावेदार कौन है।
लंदन। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने इस बात की घोषणा कर दी है कि इस बार विश्व कप का खिताब कौन जीतेगा। डोनाल्ड का मानना है कि एबी डीविलियर्स के संन्यास लेने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम इस बार विश्व का खिताब शायद ही जीत पाए। उन्होंने कहा कि एबी का टीम से जाना हमारे लिए बड़ा नुकसान है। हालांकि इस टीम ने हमेशा ही दूसरे के सामने चुनौती पेश की है और हम खिताब के नजदीक पहुंच सकते हैं और ऐसा भी नहीं है कि हम खिताब नहीं जीत सकते।
डोनाल्ड ने कहा कि अगले वर्ष इंग्लैंड में विश्व कप का आयोजन होना है और यही टीम इस खिताब की प्रबल दावेदार भी है। उनके पास खिताब जीतने का मौका है क्योंकि ये टीम इयोन मोर्गन की कप्तानी में बेहद आक्रामक क्रिकेट खेल रही है साथ ही इस टीम को अपनी घरेलू परिस्थितियों का भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की जिस टीम को मैंने देखा था अब ये टीम पूरी तरह से अलग है। सच कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा ता कि ये टीम इस स्तर तक पहुंचेगी। इस टीम में अब कुछ खास बात है जो मुझे काफी पसंद है।
इस विश्व कप में देखा जाए तो कोई भी टीम एकमात्र या सबसे बड़ा दावेदार होने की स्थिति में नहीं है। वैसे यह तय करने के लिए भी अभी काफी समय है क्योंकि विश्व कप12 महीने बाद ही शुरु होगा। अभी तो टीमों के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में ही काफी उतार चढ़ाव होंगे। ऑस्ट्रेलिया इस बार का डिफेंडिंग चैंपियन तो है लेकिन उसकी वनडे टीम उतनी मजबूत नहीं रही है। एशेज के ठीक बाद हुई ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड वनडे सीरीज में उसे इंग्लैंड के हाथों 4-1 से करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस टीम में फिलहाल उस स्तर के गेंदबाज भी नहीं हैं जो पिछले विश्व कप में थे।
इस विश्व कप में भारत और न्यूजीलैंड से भी दूसरी टीमों को कड़ी टक्कर मिलेगी। ये दोनों ही टीमें अच्छी हैं लेकिन इंग्लैंड की हालात में वो कैसा प्रदर्शन कर पाते हैं ये देखना दिलचस्प होगा। हालांकि पाकिस्तान, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें फिलहाल इस हालत में नहीं हैं कि उन्हें कप का दावेदार बताया जा सके लेकिन ये टीम किसी का भी खेल बिगाड़ सकती हैं। डोनाल्ड ने कहा कि बांग्लादेश और अफगानिस्तान भी भले ही फाइनल में जाने की दावेदार न हों लेकिन वे जरूर दूसरी टीमों के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगी यह तय है। इस बार विश्वकप का कार्यक्रम ऐसा है कि हर एक टीम को बाकी नौ टीमों से एक मैच खेलना है और उसके बाद शीर्ष की चार टीमें ही सेमीफाइनल में पहुंच पाएंगी।