Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार में क्रिकेट खेलना था अपराध, पिता और भाई की मौत से बाद बदल गई जिंदगी; संघर्ष के दिनों को यादकर भावुक हुए आकाश दीप

    Updated: Sun, 11 Feb 2024 01:19 PM (IST)

    बंगाल के लिए खेलने वाले 27 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज आकाश दीप को उनके घरेलू प्रदर्शन का इनाम भारतीय टेस्ट टीम में जगह देकर मिला है। 29 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 23.18 की औसत से 103 विकेट लिए हैं। उन्होंने पिछले महीने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में भी प्रभावित किया और 11 विकेट लिए।

    Hero Image
    आकाश दीप ने संघर्ष के दिनों की बताई कहानी। फाइल फोटो

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। बंगाल के तेज गेंदबाज आकाश दीप का इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के आखिरी तीन टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। टीम में सेलेक्शन होने के बाद आकाश दीप ने अपने जीवन की वो घटना बताई जिससे उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। आकाश दीप ने कहा कि छह महीने के भीतर अपने परिवार के दो सदस्यों को खोने से उनका जीवन बदल गया और उन्हें क्रिकेट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बंगाल के लिए खेलने वाले 27 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज आकाश दीप को उनके घरेलू प्रदर्शन का इनाम भारतीय टेस्ट टीम में जगह देकर मिला है। 29 प्रथम श्रेणी मैचों में, उन्होंने 23.18 की औसत से 103 विकेट लिए हैं। उन्होंने पिछले महीने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में भी प्रभावित किया और 11 विकेट लिए।

    'पिता चाहते थे सरकारी नौकरी करूं'

    हालांकि, आकाश दीप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने की यात्रा में काफी संघर्ष रहा है। वह बिहार से हैं, जहां क्रिकेट का कोई समृद्ध इतिहास नहीं है। आकाश दीप के पिता चाहते थे कि वह बिहार पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा में बैठें या कम से कम राज्य सरकार के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी करें। हालांकि, कुछ महीनों के अंतराल में उनके परिवार में दो मौतों ने क्रिकेटर के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया।

    पिता और भाई की छह महीने के अंदर हुई मौत

    पीटीआई से बात करते हुए आकाश दीप ने कहा, मेरे पिता और मेरे भाई की छह महीने के भीतर मौत हो गई। मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं था, और प्रेरणा यह थी कि मुझे परिवार की देखभाल करनी थी। मैं अपने क्लब के लिए उचित लेदर-बॉल मैच खेलूंगा, लेकिन शुरू में पैसे नहीं थे। इसलिए महीने में तीन से चार दिन, मैं जिले भर में टेनिस-बॉल मैच खेलता था और प्रति दिन 6,000 रुपये कमाता था। इसलिए मैं प्रति माह 20,000 कमाता था, जिससे मुझे अपना खर्च चलाने में मदद मिलती थी।

    यह भी पढ़ें- Sourav Ganguly के घर से फोन चोरी, पूर्व-कप्तान को सताया अहम सूचना लीक होने का डर, पुलिस ने किया मामला दर्ज

    बिहार में क्रिकेट खेलना एक अपराध

    आकाश दीप ने आगे कहा, बिहार में कोई मंच नहीं था और विशेष रूप से जहां से मैं आया था, सासाराम में, क्रिकेट खेलना एक अपराध था। बहुत से माता-पिता अपने बच्चों से आकाश के साथ घुलने-मिलने से मना करते थे क्योंकि वह केवल क्रिकेट खेलता है और आपकी पढ़ाई बर्बाद हो जाएगी। लेकिन मैं उन्हें दोष नहीं देता। ऐसी जगह पर क्रिकेट खेलकर आपने क्या हासिल किया होगा।

    यह भी पढ़ें- टीम में नहीं हुआ सेलेक्शन तो सोशल मीडिया पर लिखी यह बात, Umesh Yadav का रिएक्शन हो गया वायरल