छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों का खतरनाक प्लान फेल, 8 IED बरामद; सामने आया वीडियो
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों की तरफ से लगाए गए आठ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए गए हैं। जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो) की एक संयुक्त टीम ने गंगालूर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के तहत मुतवेंडी और पिडिया रोड पर अलग-अलग स्थानों से पांच किलोग्राम वजन वाले विस्फोटकों का पता लगाया।

पीटीआई, बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों की तरफ से लगाए गए आठ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए गए हैं। जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो) की एक संयुक्त टीम ने गंगालूर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के तहत मुतवेंडी और पिडिया रोड पर अलग-अलग स्थानों से पांच किलोग्राम वजन वाले विस्फोटकों का पता लगाया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) और बम डिस्पोजल स्क्वाड (बीडीएस) इलाके में बारूदी सुरंगों को नष्ट करने के अभियान पर निकले थे।
कैसे टला हादसा?
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों ने स्टील के बक्सों में पैक IED को मिट्टी के रास्ते के नीचे रखा हुआ देखा, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। उन्होंने कहा, आईईडी में प्रेशर स्विच मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया गया था जिसे बाद में बीडीएस की तरफ से खत्म कर दिया गया।
#WATCH | Security Forces neutralise eight IEDs weighing five kg each which were detected and recovered during patrolling duty at different places on the road from Mutvendi to Pidia under Gangalur PS in the Bijapur district of Chhattisgarh
Video source: Bijapur Police pic.twitter.com/xRXRIAsJir
— ANI (@ANI) January 22, 2025
बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र के आंतरिक इलाकों में गश्त के दौरान सुरक्षा कर्मियों को निशाना बनाने के लिए माओवादी अक्सर जंगल में सड़क और कच्चे रास्तों पर आईईडी लगाते हैं।
इससे पहले भी हुई ऐसी घटना
पुलिस ने कहा कि इससे पहले भी नागरिक उग्रवादियों की तरफ से बिछाए गए ऐसे जाल का शिकार हुए हैं।
17 जनवरी को, पड़ोसी नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान घायल हो गए।
इससे एक दिन पहले बीजापुर में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी में विस्फोट होने से कोबरा के दो कमांडो घायल हो गए थे। 12 जनवरी को सुकमा जिले में एक 10 वर्षीय लड़की घायल हो गई थी और बीजापुर जिले में प्रेशर आईईडी विस्फोटों की इसी तरह की घटनाओं में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
IED ब्लास्ट में एक की मौत, तीन घायल
इससे पहले 10 जनवरी को नारायणपुर के ओरछा इलाके में प्रेशर आईईडी ब्लास्ट की दो अलग-अलग घटनाओं में एक ग्रामीण की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गए थे। छह जनवरी को बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक वाहन को आईईडी से उड़ा दिया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी और उनके असैन्य चालक की मौत हो गई थी।
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