Kanker News: मालिक को बचाने के लिए दूसरी बार भालू से भिड़ी फीमेल डॉग, 50 घर के दरवाजे तोड़ चुका है भालू
घटना कांकेर जिले के लाल माटवाड़ा की है जहां घर में भालू घुस जाने के वजह से सब परेशान ओ गए थे लेकिन अपनी बहादुरी से डेजी ने भालू को खदेड़ डाला। रोशन साहू ने बताया कि कुछ दिनों पहले भी भालू ऐसे ही घर में आ गया था।

रायपुर, जागरण डिजिटल डेस्क : छत्तीसगढ़ के कांकेर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कुत्ते से बड़ा वफादार कोई जानवर नहीं होता। यहां एक डेजी नाम की फीमेल डॉग ने एक भालू से अपने मालिक की जान बचाई। यह घटना कांकेर जिले के ग्राम लाल माटवाड़ा की है जहां एक घर में भालू घुस जाने के वजह से सब दहशत में आ गए थे, लेकिन अपनी बहादुरी से डेजी ने भालू को खदेड़ डाला। रोशन साहू (डेजी के मालिक) ने बताया कि कुछ दिनों पहले भी भालू ऐसे ही घर के आंगन में आ गया था। भालू और रोशन आमने-सामने आ गए थे, तब भी डेजी ने भालू से लड़कर मेरी जान बचाई थी।
इसके पहले भी बचाई थी मालिक की जान
बता दें कि लाल माटवाड़ा गांव में अक्सर भालू लोगों के घरों में घुसते रहते हैं। जिसके कारण गांव के लोगों में दहशत फैली हुई है। इसके पहले भी रोशन साहू के घर में जंगलों से एक भालू घुस आया था। लेकिन डेजी ने अपने मालिक को भालू से बचाया था। डेजी के मालिक ने बताया कि पहली बार जब भालू घर में घुसा तो वह और भालू आमने-सामने खड़े थे। लेकिन डेजी ने खतरे को देखते हुए भालू पर भौंकने लगी और तब तक डटी रही जब तक्ल भालू वहां से चला नहीं गया।
भालू 50 लोगों के घरों का तोड़ चूका दरवाजा
बता दें कि पटेल परा बस्ती में 110 घर है, इस बस्ती में भालू ने पिछले दो महीनों से दहशत फैलाई हुई है। भालू कम से कम 50 लोगों के घर का दरवाजा तोड़ कर घरों में घुस कर गुड़, चावल, चना खाने के साथ तेल पी चुका है। गांव वालों ने बताया कि सांस्कृतिक भवन का भी दरवाजा भालू ने तोड़ दिया है। बा दें कि इस गांव से जुड़े जंगल में पांच भालू है। जो कभी भी बस्ती में घुस आते हैं। डेढ़ महीने पहले ग्राम पंचायत में आयोजित ग्राम सभा में गांव वालों ने पंचायत में एक आवेदन भी दिया था कि भालूओं से बचने के उपाय जल्द से जल्द किये जाएं। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया।
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