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    Chhattisgarh Teacher Promotion: पांच हजार शिक्षकों की खुलने वाली है किस्मत, प्रमोशन की लिस्ट तैयार; 30 तक दर्ज करें आपत्ति

    By Jagran NewsEdited By: Prince Sharma
    Updated: Thu, 23 Nov 2023 06:30 AM (IST)

    Chhattisgarh Teacher Promotion छत्तीसगढ़ शासन ने स्कूलों के शिक्षकों की पदोन्नति को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रदेश के शिक्षकों की पदोन्नति को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग लगातार प्रयासरत है। इसके लिए सभी शिक्षकों की पदोन्नति के लिए उनकी वरिष्ठता सूची बनाई जा रही है। इन शिक्षकों को व्याख्याता के पद पर पदोन्नत किया जाना है। इसी तरह अन्य संभागों में भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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    Chhattisgarh Teacher Promotion: पांच हजार शिक्षकों की खुलने वाली है किस्मत, प्रमोशन की लिस्ट तैयार; 30 तक दर्ज करें आपत्ति

    राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ने स्कूलों के शिक्षकों की पदोन्नति को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए रायपुर संभाग के तहत रायपुर, बलौदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद के स्नातकोत्तर शिक्षकों ई. और टी. संवर्ग की पदक्रम सूची का प्रकाशन कर दिया गया है।

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    30 नवंबर तक कराएं आपत्ति दर्ज

    लोक शिक्षण संभाग रायपुर के संयुक्त संचालक डा. योगेश शिवहरे ने बताया कि ई और टी संवर्ग के पांच हजार 870 शिक्षकों की संभाग स्तरीय अंतरिम पदक्रम सूची जारी की गई है। दावा आपत्ति 30 नवंबर 2023 तक मंगाई गई है। आपत्तियों के निराकरण के बाद अंतिम पदक्रम सूची जारी की जाएगी।

    गौरतलब है कि प्रदेश के शिक्षकों की पदोन्नति को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग लगातार प्रयासरत है। इसके लिए सभी शिक्षकों की पदोन्नति के लिए उनकी वरिष्ठता सूची बनाई जा रही है। इन शिक्षकों को व्याख्याता के पद पर पदोन्नत किया जाना है। इसी तरह अन्य संभागों में भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

    प्राचार्यों के पद भी प्रभारियों के हवाले

    प्रदेश के व्याख्याता और प्रधान पाठकों की भी पदोन्नति अटकी हुई है। जानकारी के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत टी संवर्ग में वर्ष 2013 से तथा ई संवर्ग में वर्ष 2016 के बाद से हाई स्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं की गई है। राज्य में 3,000 से अधिक स्कूलों में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हुए हैं। इन संवर्ग के सैकड़ों नियमित व्याख्याता तथा नियमित प्रधान पाठक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन उन्हें पदोन्नति का लाभ नहीं मिला।

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