CG Politics: कांग्रेस विधायकों ने बनाई विकसित भारत संकल्प यात्रा से दूरी, लोकसभा चुनाव से पहले BJP के प्रचार का बताया एजेंडा
बस्तर संभाग के सात जिलों कांकेर कोंडागांव नारायणपुर बस्तर सुकमा बीजापुर दंतेवाड़ा में कुल 1840 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 3929 राजस्व ग्रामों में सभी जगह विकसित भारत संकल्प यात्रा नहीं पहुंच पाएगी। जानकारी के अनुसार पांच सौ से अधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में वहां के स्थानीय प्रशासन ने भी यात्रा आयोजित नहीं करने की सूचना पुलिस को दे दी है।

जेएनएन, जगदलपुर। बस्तर में कांग्रेस विधायकों व त्रिस्तरीय पंचायतों में पार्टी समर्थित जनप्रतिनिधियों में सरपंच को छोड़कर अन्य लोगों ने विकसित भारत संकल्प यात्रा से दूरी बना ली है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के प्रचार का एजेंडा है।
बस्तर संभाग में कांग्रेस के कवासी लखमा, लखेश्वर बघेल, विक्रम मंडावी, सावित्री मंडाली चार विधायक हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा सरकारी से ज्यादा राजनीतिक अभियान है। राष्ट्रव्यापी इस यात्रा का शुभारंभ 16 दिसंबर को किया गया था। यात्रा अगले माह 26 जनवरी तक चलेगी। इस दौरान यात्रा हर गांव तक पहुंचेगी।
जहां केंद्रीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार व लाभार्थियों को कार्यक्रम से जोड़ना है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने यात्रा से दूरी बनाने को लेकर कहा कि प्रदेश में पांच साल कांग्रेस की सरकार थी लेकिन अपवाद के रूप में गिनती के सरकारी आयोजन ऐसे रहे होंगे जिसमें भाजपा समर्थित जनप्रतिनिधियों ने सहभागिता निभाई होगी।
विकसित भारत संकल्प यात्रा में यदि केंद्र हो या राज्य की योजनाएं ग्रामीणों को उनका लाभ दिया जा रहा है तो उसका स्वागत है लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। बघेल ने कहा कि यात्रा पूरी तरह से राजनीतिक है जिसमें सरकारी तंत्र को शामिल किया गया है। बघेल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय जनता को दी गई मोदी की गारंटियों को लागू करने की जरूरत है। उसमें अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। जनता प्रदेश की नई सरकार से आस लगाए बैठी है।
बस्तर के अंदरूनी गांवों तक नहीं पहुंच पाएगी यात्रा
बस्तर संभाग के सात जिलों कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा में कुल 1840 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 3929 राजस्व ग्रामों में सभी जगह विकसित भारत संकल्प यात्रा नहीं पहुंच पाएगी। जानकारी के अनुसार पांच सौ से अधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में वहां के स्थानीय प्रशासन ने भी यात्रा आयोजित नहीं करने की सूचना पुलिस को दे दी है। अबूझमाड़ व दक्षिण बस्तर के दुर्गम क्षेत्रों को भी यात्रा से अलग रखा गया है।
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