Chhattisgarh: काल बना आश्रम का भोजन, शिवानी ने रास्ते में तोड़ा दम, 35 बच्चे बीमार
Chhattisgarh Bijapur News रविवार रात को आश्रम में विषाक्त भोजन खाने से 35 छात्राएं बीमार हो गई थी। प्रारंभिक जांच में दावा किया गया है कि पनीर की सब्जी खाने से यह घटना हुई है। बीमार छात्राओं को सोमवार सुबह आश्रम से जिला अस्पताल बीजापुर लाकर भर्ती कराया गया है। इनमें नौ को गहन चिकित्सा कक्ष आइसीयू में रखा गया है।

जेएनएन, बीजापुर। माता रूक्मणी कन्या आश्रम में विषाक्त भोजन करने से बीमार छात्राओें में एक कक्षा तीसरी की छात्रा शिवानी तेलम की मंगलवार को मौत हो गई और 35 बच्चे बीमार हो गए। गंभीर रूप से बीमार शिवानी और एक अन्य छात्रा को बीजापुर जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज डिमरापाल भेजा गया था जहां रास्ते में ही शिवानी ने दम तोड़ दिया। वह ग्राम तुमनार की रहने वाली थी।
आश्रम अधीक्षिका आदिबाई तेतल को निलंबत कर घटना की जांच शुरू कर दी गई है। कलेक्टर संबित मिश्रा मंगलवार को सुबह जिला अस्पताल पहुंचे और बीमार छात्राओं, उनके स्वजन और चिकित्सकों से चर्चा कर इलाज के संबंध में जानकारी ली।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
उन्होंने बीमार छात्राओं के समुचित इलाज के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीआर पुजारी को देते हुए कहा कि यदि इलाज के लिए किसी को बाहर भेजने की आवश्यकता प्रतीत होती है तो तुरंत इसके लिए कदम उठाए जाएं। इसके बाद कलेक्टर बीजापुर से 10 किलोमीटर दूर माता रूक्मणी आश्रम धनोरा भी गए और वहां स्थिति की जानकारी ली और निरीक्षण भी किया।
एसडीएम बीजापुर को जांच के निर्देश
विभागीय स्तर पर सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग आनंदजी सिंह के नेतृत्व में टीम सोमवार से जांच शुरू कर चुकी है। कलेक्टर ने एसडीएम बीजापुर को जांच के निर्देश दिए हैं। इधर खाद्य विभाग की टीम ने सोमवार को ही आश्रम पहुंचकर विषाक्त भोजन का सेंपल लेकर जांच के लिए बाहर भेज दिया है।
बीजापुर से खरीदा गया था पनीर
आश्रम अधीक्षिका आदिबाई तेलम ने बताया कि रविवार को वह शिवा किराना स्टोर माझीगुड़ा से पैकेट बंद पनीर खरीदकर ले गई थी। उसी रात में सब्जी बनाई गई। जिला खाद्य अधिकारी आशीष यादव ने कहा कि प्रारंभिक अनुमान पनीर की सब्जी खाने से छात्राओं के बीमार होने का है। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा
माता रूक्मणी सेवा संस्थान डिमरापाल की बस्तर संभाग में 36 कन्या आश्रम शालाएं संचालित हैं। इनमें बीजापुर जिले में आठ आश्रम शाला हैं। संस्थान के अध्यक्ष पद्मश्री धर्मपाल सैनी, सचिव साधना मशराम भी मंगलवार को धनोरा पहुंचे थे। नईदुनिया से चर्चा में धर्मपाल सैनी ने कहा कि 1976 से उनका संस्थान बस्तर में आश्रम शालाओं का संचालन कर रहा है।
आज तक ऐसी घटना नहीं हुई थी। पहली बार ऐसी घटना सामने आई है तो बहुत दुखद है। सैनी ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा कि छात्राओं के बीमार होने का वास्तविक कारण क्या है? अभी विषाक्त भोजन की बात कही जा रही है। विदित हो कि इस संस्थान द्वारा संचालित आश्रम शालाएं शत-प्रतिशत शासकीय अनुदान प्राप्त हैं।
स्वास्थ्य सुविधा में कमी
स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने शिवानी तेलम के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी के कारण लोगों की मौत हो रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने विक्रम मंडावी के नेतृत्व में घटना की जांच के लिए सात सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है।
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