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    बिलासपुर में खेल महोत्सव उद्घाटन: जहां बैठाया गया, वहीं ठीक हूं, CM साय के आग्रह पर पूर्व मंत्री अमर ने बदली सीट

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 07:03 AM (IST)

    छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में खेल महोत्सव का उद्घाटन हुआ। मुख्यमंत्री साय के आग्रह पर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अपनी सीट बदल ली। अमर अग्रवाल ने कहा कि व ...और पढ़ें

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    जेएनएन, बिलासपुर। जहां प्रशासन ने स्थान दिया है, वहीं मैं ठीक हूं, यह वाक्या बतहराई खेल मैदान में आयोजित खेल एवं युवा महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उस समय चर्चा का केंद्र बन गया, जब मंच की बैठक व्यवस्था को लेकर एक संवेदनशील और शालीन दृश्य सामने आया।

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    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल और जिला प्रशासन के बीच हुई यह पूरी घटना राजनीतिक मर्यादा और प्रशासनिक अव्यवस्था दोनों को उजागर करती दिखी।

    बतहराई खेल मैदान में आयोजित खेल एवं युवा महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा पहली पंक्ति में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और मंत्रियों के लिए कुर्सियां लगाई गई थीं, जबकि ठीक पीछे की पंक्ति विधायकों के लिए निर्धारित थी।

    कार्यक्रम शुरू होने से पहले पूर्व मंत्री व नगर विधायक अमर अग्रवाल सबसे पहले मंच पर पहुंचे और प्रशासन द्वारा निर्धारित विधायक पंक्ति में अपनी कुर्सी पर बैठ गए। साथ ही तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह और बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला भी पीछे बैठ गए।

    कुछ देर बाद कलेक्टर संजय अग्रवाल मंच पर पहुंचे और अमर अग्रवाल से आग्रह किया कि वे आगे पहली पंक्ति में बैठें। इस पर अमर अग्रवाल ने कहा कि जहां प्रशासन ने उनके लिए व्यवस्था की है, वहीं वे सहज हैं और किसी को असहज होने की आवश्यकता नहीं है।

    इसके बाद मंच पर मौजूद अन्य नेताओं और मंत्रियों ने भी उनसे आगे बैठने का अनुरोध किया, लेकिन अमर अग्रवाल ने बार-बार यही कहा कि उन्हें पीछे बैठने में कोई आपत्ति नहीं है और सभी लोग अपनी-अपनी सीट पर बैठें।

    जब यह बात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पता चली, तो वे स्वयं अमर अग्रवाल के पास पहुंचे और आग्रहपूर्वक उन्हें आगे बैठने के लिए कहा। इस पर अमर अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे पहले से ही अपनी जगह पर ठीक थे, लेकिन मुख्यमंत्री के सम्मान में वे आगे आ रहे हैं।

    इसके बाद वे पहली पंक्ति में मंत्रियों के साथ बैठ गए। इस पूरे घटनाक्रम ने एक ओर मंच व्यवस्था में अव्यवस्था को उजागर किया, तो दूसरी ओर नेताओं के बीच आपसी सम्मान और मर्यादा का भी उदाहरण प्रस्तुत किया।

    पहले भी हो चुकी है ऐसी स्थिति

    इसके पहले इसी तरह का वाक्या अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में सामने आया था। यहां भी अतिथियों के लिए मंच बनाया गया था। स्थानीय विधायक होने के नाते बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला की सीट मंच की पहली पंक्ति में थी, लेकिन निगम मंडल के कुछ लोग सुशांत की सीट पर आकर बैठ गए।

    जब सुशांत कार्यक्रम में पहुंचे तो सीट खाली नहीं थी। इसके बाद वे दर्शक दीर्घा में जाकर बैठ गए। साथ ही थोड़ी देर के बाद सुशांत शुक्ला कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर चले गए। इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था।