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    Q3 के नतीजे और Brexit तय करेंगे बाजार की चाल, चुनाव के कारण सोमवार को बंद रहेंगे मार्केट

    By Manish MishraEdited By:
    Updated: Mon, 21 Oct 2019 02:57 PM (IST)

    महाराष्‍ट्र में विधानसभा चुनाव के कारण भारतीय शेयर बाजार सोमवार को बंद रहेंगे। कंपनियों के Q3 परिणाम और Brexit तय करेंगे इस हफ्ते बाजार की चाल। ...और पढ़ें

    Q3 के नतीजे और Brexit तय करेंगे बाजार की चाल, चुनाव के कारण सोमवार को बंद रहेंगे मार्केट

    मुंबई, आइएएनएस। भारतीय शेयर बाजार पिछले छह सत्रों से लगातार बढ़त दर्ज कर रहे हैं। इस सप्ताह मंगलवार को जब बाजार खुलेंगे तो कंपनियों के तिमाही नतीजों और ब्रेक्जिट का असर दिखने की पूरी संभावना है। सोमवार को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के चलते शेयर बाजार बंद रहेंगे। शनिवार को एचडीएफसी बैंक और कुछ अन्य कंपनियों के तिमाही नतीजे आए थे। बाजार के शुरुआती सत्र में इनका असर रहने की उम्मीद है। इससे पहले गुरुवार को ब्रेक्जिट समझौते पर यूरोपीय यूनियन की सहमति की खबर आने पर भारतीय शेयर बाजारों में तेज उछाल दर्ज किया गया था। इस दौरान बीएसई के सेंसेक्स में 453 अंक का सुधार हुआ था। 

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    एचडीएफसी सिक्युरिटीज के दीपक जसानी के मुताबिक ब्रेक्जिट पर नए सिरे से बना गतिरोध बाजार में नकारात्मक भावना का संचार कर सकता है। हालांकि इसका असर सीमित रहने की उम्मीद है। लेकिन जिन कंपनियों के शेयरों में नई डील की घोषणा के बाद उछाल आया था, उनमें गिरावट का रुख हो सकता है।

    इस सप्ताह कुछ बड़ी कंपनियों के नतीजे आने हैं, जिसका सीधा असर शेयर बाजारों पर दिखाई देने की संभावना है। पिछले सप्ताह सभी पांच सत्रों में शेयर बाजारों ने तेजी दर्ज की थी। सरकारी कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ था। इस दौरान निफ्टी में 3.16 परसेंट का सुधार देखा गया।

    विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक दिखाई है रुचि

    विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने इस महीने अब तक 5,072 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजारों में निवेश किए हैं। सरकारी सुधारों और इकोनॉमी के फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद में विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजारों का रुख कर रहे हैं। 

    पिछले महीने एफपीआइ ने यहां 6,557.8 करोड़ रुपये लगाए थे। ताजा डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान विदेशी निवेशकों ने इक्विटी में 4,970 करोड़ और डेट मार्केट में 102 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस तरह से कुल निवेश 5,072 करोड़ रुपये रहा। 

    सैमको सिक्युरिटीज के रिसर्च हैड उमेश मेहता के मुताबिक बुरे दौर को पीछे छोड़कर अब मार्केट की नजर बजट और मांग में इजाफे की ओर है। सरकार मांग को बढ़ाने और इकोनॉमी को गति देने के प्रयास कर रही है, जिससे एफपीआइ में निवेश को लेकर उत्साह का संचार हुआ है।

    आरआइएल के नतीजे बाजार बंद होने के बाद आए थे। इस पर भी निवेशक प्रतिक्रिया देंगे।

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