जानिए क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़ी छोटी बड़ी हर बात
भारत में आइटी फील्ड में क्लाउड कंप्यूटिंग क्षेत्र का तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसे मेंं जानिए क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़ी हर छोटी बड़ी बात
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। आइटी फील्ड से रिलेटेड क्लाउड कंप्यूटिंग क्षेत्र का भारत में तेजी से विस्तार हो रहा है। जिनोव की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2020 तक भारत क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में 10 बिलियन डॉलर खर्च करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका से बाहर भारत क्लाउड कंप्यूटिंग का एक बड़ा बाजार है। यहां बेंगलुरु क्लाउड कंप्यूटिंग से संबंधित जॉब के लिए हॉट डेस्टिनेशन है।
दरअसल, टेक्नोलॉजी ने कंप्यूटर का ज्यादातर काम ऑनलाइन कर दिया है। क्लाउड कंप्यूटिंग से बिना बड़ा सेटअप लगाए ही कंप्यूटर से संबंधित बड़े काम आसानी से किए जा सकते हैं। इसके अलावा, आजकल क्रॉस प्लेटफॉर्म भी चलन में है यानी एक ही काम मोबाइल, टैबलेट और कंप्यूटर तीनों पर किया जा सकता है। ये सब क्लाउड कंप्यूटिंग की वजह से ही संभव है। इसलिए इसे भविष्य की टेक्नोलॉजी भी कहा जाता है। आने वाले दिनों में क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में आइटी आर्किटेक्ट, क्लाउड सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, टेक्निकल कंसल्टेंट जैसी नौकरियों की भरमार हो सकती है।
क्या है क्लाउड कंप्यूटिंग
क्लाउड एक तरह का नेटवर्क है। कंपनियां अपना डाटा स्टोर करने के लिए क्लाउड रेंट पर लेती हैं। इन्हीं क्लाउड को मैनेज करना क्लाउट कंप्यूटिंग में आता है। क्लाउड कंप्यूटिंग अपनी जरूरत के अनुसार सर्विस देने वाली कंपनी के कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग कर सकता है। एक तरह से कंप्यूटर में बिना कोई एक्स्ट्रा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डाले अपनी जरूरत के मुताबिक अच्छे और महंगे इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग किया जा सकता है। बस, इसके लिए महीने में आपसे चार्ज लिया जाता है। गूगल, आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट कुछ प्रमुख क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस से जुड़े बड़े प्रोवाइडर्स हैं।
किसकी होती है डिमांड
क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में बीटेक (कंप्यूटर साइंस या फिर आइटी) पेशेवर की ज्यादा डिमांड होती है। अगर आपके पास बीसीए की डिग्री है, तो इस फील्ड में करियर बनाने के लिए सर्टिफिकेशन कोर्स करना पड़ेगा। आमतौर पर अब देखा गया है कि आइटी फील्ड में एप्लिकेशन क्रिएट करने के लिए फ्रेमवक्र्स डॉट नेट और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, जैसे- जावा का इस्तेमाल होता है, लेकिन क्लाउड एप्लिकेशन को लिखने के लिए नए फ्रेमवक्र्स, जैसे- स्प्रिंगसोर्स, रूबी आदि की जरूरत होती है। जो लोग आइटी फील्ड में पहले से ही जॉब कर रहे हैं, तो इस फील्ड में सर्टिफिकेट कोर्स करके आगे बढ़ सकते हैं। आमतौर पर सर्टिफिकेशन कोर्स दो-माह से एक साल तक का होता है। इस फील्ड में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, जैस- जावा, सी, सी++, पायथन, जावा स्क्रिप्ट, पीएचपी, एचटीएमएल में ट्रेंड लोगों को जॉब मिलने में आसानी होती है।
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