मार्च में विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार पर लौटा भरोसा, निवेश किए करीब 8000 करोड़ रुपये
FPI Inflow भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का रुझान मार्च में सकारात्मक हो गया है। एफपीआई कैपिटल गुड्स सेक्टर में पिछले कुछ समय से लगातार खरीदारी कर रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से पूरी जानकारी... (जागरण फाइल फोटो)

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दो महीने तक लागातार बिकवाली करने के बाद मार्च के महीने में विदेशी निवेशकों की ओर से किया जाने वाला निवेश सकारात्मक रहा है। फॉरेन पोर्टपोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) की ओर से मार्च में 7,936 रुपये का निवेश किया गया है। इसमें अमेरिका फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स की ओर से अदाणी ग्रुप में किया गया निवेश भी शामिल है।
डिपॉजिटरीज की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई द्वारा मार्च में 7,936 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इससे पहले फरवरी में एफपीआई ने 5,294 करोड़ रुपये और जनवरी में 28,852 करोड़ रुपये निकाले थे। इससे पहले दिसंबर में एफपीआई ने 11,119 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
FPI का रुझान नकारात्मक
समाचार एजेंसी पीटीआई से जीएलसी वेल्थ एडवाइजर के को-फाउंडर और सीईओ संचिंत गर्ग ने बातचीत करते हुए कहा कि जीक्यूजी की ओर से अदाणी ग्रुप में किए गए निवेश को हटा दिया जाए, तो एफपीआई का बाजार को लेकर रुझान अभी भी नकारात्मक बना हुआ है।
जियोजित फाइनेंसियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार का कहना है कि पिछले कुछ सत्रों में आई खरीदारी को देखकर लगता है कि अब एफपीआई की ओर से की जा रही बिकवाली समाप्त हो गई है।
सैंक्टम वेल्थ के को-हेड ऑफ प्रोडक्ट्स एंड सॉल्यूशंस मनीष जेलोका ने कहा कि सेंट्रल बैंक और सरकारों ने वैश्विक स्तर पर बाजारों में स्थिरता लाने की कोशिश की है। आने वाले समय में अगर एफपीआई की ओर से निवेश किया जाता है, तो ये इसका बाजार पर सकारात्मक असर होगा।
इन सेक्टरों में एफपीआई कर रहे हैं खरीदार
एफपीआई कैपिटल गुड्स सेक्टर में पिछले कुछ समय से लगातार खरीदारी कर रहे हैं। वहीं, फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों में खरीदारी और बिकवाली का क्रम जारी है। दूसरी तरफ एफपीआई की ओर से डेट मार्केट में 2,505 करोड़ रुपये निकले हैं।
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