पर्यावरण स्थिरता की श्रेणी में डीएस ग्रुप को मिला 20वां फिक्की सीएसआर पुरस्कार
डीएस ग्रुप को राजस्थान के उदयपुर जिले में जल संरक्षण के प्रयासों को लेकर फिक्की की ओर से सम्मानित किया गया है। कंपनी की ओर से राजस्थान मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और गुजरात में भी ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: डीएस ग्रुप को माननीय केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने 20वें फिक्की सीएसआर पुरस्कार के तहत पर्यावरण स्थिरता कैटेगरी में राजस्थान के उदयपुर स्थित ‘जल आर्थिक क्षेत्र (वाटर इकोनॉमिक ज़ोन)’ के लिए सम्मानित किया है, जो एक जल संरक्षण प्रोजेक्ट है। फिक्की सीएसआर पुरस्कार कम्पनी द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) को जोड़ने और अपनाने के प्रयासों का सम्मान है।
डीएस ग्रुप के वाइस चेयरमैन श्री राजीव कुमार ने इस अवसर पर कहा, ‘‘जल संरक्षण के प्रयासों के लिए पुरस्कार प्राप्त कर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। पूरी दुनिया पानी की कमी से चिंतित है और भारत में दुनिया की 16 प्रतिशत आबादी रहती है, जबकि दुनिया में केवल चार प्रतिशत पेयजल (फ्रेशवाटर) है। पानी हमारे सामाजिक-आर्थिक विकास और सस्टेनेबल इकोसिस्टम के लिए आवश्यक है, इसलिए हम सदैव पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लक्ष्य से संरक्षण के प्रयास कर रहे हैं और प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग में समझदारी बरतने पर जोर देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर रोजगार के अवसर और आर्थिक स्थिति में सुधार भी सुनिश्चित होता है।’’
जन संरक्षण शुरू किया प्रोजेक्ट
‘जल आर्थिक क्षेत्र (वाटर इकोनॉमिक ज़ोन-डब्ल्यूईजै़ड)’ की शुरुआत 2018 में की गई। यह प्राकृतिक संसाधन, खास कर पानी और मिट्टी संवर्धन पर केंद्रित है, जिसके परिणामस्वरूप धरती के अंदर पानी की भरपाई होती है और संबंधित भौगोलिक क्षेत्र में सिंचाई की क्षमता भी बढ़ती है। इसके परिणामस्वरूप लोगों के जीवनयापन की स्थिति में सुधार होता है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से कंपनी ने राजस्थान के उदयपुर जिले में अलसीगढ़ और कुराबड वाटरशेड में लगभग 11000 हेक्टेयर भूमि के उपचार की परिकल्पना की है और इस पर काम किया है। प्रोजेक्ट के तहत सिंचाई की बेहतर पद्धतियों जैसे ड्रिप इरिगेशन और रेन गन इस्तेमाल करने के साथ-साथ जलवायु के अनुकूल फसल उगाकर पानी के बेहतर उपयोग को भी बढ़ावा दिया जाता है।
जीवनयापन के लिए पानी की अहमियत और डब्ल्यूईजैड प्रोजेक्ट की उत्कृष्टता का ध्यान रखते हुए डीएस ग्रुप ने 900 से अधिक जल संचय संरचनाओं का निर्माण/जीर्णोद्धार किया है। ये लगभग 80 लाख जल भंडारण की क्षमता रखते हैं। इसके परिणामस्वरूप 2300 हेक्टेयर भूमि सिंचाई के दायरे में आ गई है। उदयपुर में जल आर्थिक क्षेत्र परियोजना की सफलता के पश्चात, डीएस ग्रुप ने अन्य राज्यों में भी प्रारम्भ किया है। वर्तमान में यह ग्रुप भारत के 6 राज्यों - राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात में पानी संबंधी यह पहल कर रहा है जिसका लाखों लोगों को लाभ हो रहा है।
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