Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Yes Bank के नेट प्रॉफिट में 45 फीसद की गिरावट, बैंक ने Q4 का रिजल्ट किया जारी

    By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth Priyadarshi
    Updated: Sat, 22 Apr 2023 06:19 PM (IST)

    यस बैंक के Q4 के रिजल्ट में नेट प्रॉफिट में 45 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है। YoY आधार पर चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 367.46 करोड़ रुपये से गिरकर 202.43 करोड़ रुपये पर आ गया।

    Hero Image
    There has been a huge decline of 45 percent in net profit in Q4 results.

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: प्राइवेट लेंडर यस बैंक ने आज वित्त वर्ष FY 23 के Q4 का रिजल्ट जारी किया। यस बैंक के नेट प्रॉफिट में 45 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है। साल-दर-साल (YoY) के आधार पर चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 367.46 करोड़ रुपये से गिरकर 202.43 करोड़ रुपये पर आ गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस वजह से घटा प्रॉफिट

    बैंक ने कहा कि FY 23 के आखिरी तिमाही (जनवरी से मार्च) में हुए 45 फीसदी की गिरावट की वजह बैड लोन का बढ़ना है। शुक्रवार 21 अप्रैल को बंद हुए बाजार में यस बैंक के शयेर्स में लगभग 1.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी। एनएसई पर शुक्रवार को बैंक का शेयर गिरकर 16.20 रुपये पर बंद हुआ था।

    QoQ के आधार पर बढ़ा नेट प्रॉफिट

    अगर तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) आधार पर देखें तो FY 23 के Q3 की तुलना में नेट प्रॉफिट 51.52 करोड़ रुपये के मुकाबले लगभग 293 प्रतिशत बढ़ी है। नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई) भी 2023 की पिछली तिमाही से लगभग 7 प्रतिशत बढ़ी है। FY23 में यस बैंक का एनआईआई 7,918 करोड़ रुपये था, जो FY22 की शुद्ध ब्याज आय से 21.80 प्रतिशत अधिक था।

    Q4FY23 में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 15.7 प्रतिशत बढ़कर 2,105 करोड़ रुपये हो गई, जो कि एक साल पहले की अवधि में 1,819 करोड़ रुपये थी।

    12 प्रतिशत बढ़ी बैंक की कुल संपत्ति

    यस बैंक ने FY23 में स्टैंडअलोन संपत्ति में वृद्धि की जानकारी दी है। बीते वित्त वर्ष 2022-23 में, यस बैंक की कुल संपत्ति 3,54,786.13 करोड़ थी, जो वित्त वर्ष 22 में 3,18,220.23 करोड़ की कुल संपत्ति से लगभग 11.49 प्रतिशत अधिक थी।

    वित्तीय वर्ष 2022-23 में, यस बैंक ने नियमित कारोबार से ₹25,626.01 करोड़ की शुद्ध नकदी की सूचना दी, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 8.47 प्रतिशत अधिक है।