Rubicon Research IPO अलॉटमेंट आपको क्यों नहीं मिला? कहीं आप तो नहीं कर रहे हैं ये गलतियां
Rubicon Research IPO की कल अलॉटमेंट थी। 14 अक्टूबर को ये आईपीओ निवेशकों को अलॉट हो चुका है। आज 15 अक्टूबर के दिन जिन लोगों को आईपीओ अलॉट नहीं हुआ, उन्हें पैसे वापस मिल जाएंगे। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्हें अलॉटमेंट नहीं मिली है, तो आइए इसके पीछे का कारण जान लेते हैं।

नई दिल्ली। कल यानी 14 अक्टूबर के दिन Rubicon Research IPO की अलॉटमेंट थी। कल के दिन ही ये पता चल गया था कि किसे आईपीओ मिला है और किसे नहीं? कई बार हम आईपीओ पर पैसा लगाते हैं, लेकिन वो अलॉट नहीं हो पाता।
कोई भी आईपीओ हर किसी को अलॉट नहीं होता। अगर आपको भी Rubicon Research IPO नहीं मिल पाया है। तो ये आर्टिकल आपके लिए बड़े काम का होने वाला है। आज हम जानेंगे कि अलॉटमेंट न मिलने के कारण क्या हो सकते हैं।
क्यों नहीं मिला आपको अलॉटमेंट?
ओवरसब्सक्रिप्शन की वजह से आईपीओ हर निवेशक को मिलना मुश्किल हो जाता है। ओवरसब्सक्रिप्शन किसी स्थिति तब बनती है, जब कंपनी ने जितने आईपीओ निकाले हो, उससे ज्यादा लोग आईपीओ को खरीदना चाहें। ऐसे में ये कनफ्यूजन रहती है कि किसे शेयर्स दिए जाए? ऐसे में रजिस्ट्रार शेयर्स लिमिटेड होने पर लॉटरी प्रक्रिया का उपयोग करता है। इसके जरिए ये कोशिश की जाती है कि किसी भी निवेशक के साथ भेदभाव ना हो।
चलिए अब एक उदाहरण के जरिए समझते हैं कि कंपनी किस तरह से आईपीओ की अलॉटमेंट करती है। मान लेते हैं कि एक कंपनी ने आईपीओ लॉन्च किया है। इसके लिए 10 निवेशकों ने कट-ऑफ प्राइस पर आवेदन किया है।
इन निवेशकों ने लगभग 1 से 5 शेयर्स खरीदने की डिमांड रखी है। हालांकि कंपनी द्वारा अभी सिर्फ 29 शेयर्स ही इश्यू किए गए हैं। इस स्थिति को ओवरसब्सक्रिप्शन कहा जाता है।
अब रजिस्ट्रार लॉटरी प्रक्रिया के जरिए ये तय करेगा कि किन्हें ये शेयर्स अलॉट किए जाए। इसके तहत ये तय होता है कि निवेशक 4,5,6,7,8,1,2 को 1 शेयर्स अलॉट किए जाएंगे। बाकी के बचे लोगों को कुछ नहीं मिलेगा।
ये ध्यान रखें कि आप जब आईपीओ के तहत शेयर्स खरीद रहे हैं, तो उसे कट ऑफ प्राइस या उससे ज्यादा कीमत पर ही खरीदें। ऐसा ना करने पर आपको लौटरी में ही नहीं रखा जाएगा।
ये गलतियां भी करती है काम खराब
- आईपीओ में जितना जल्द हो सके, उतनी जल्दी निवेश कर लें। सब्सक्रिप्शन पूरा होने से पहले आईपीओ में निवेश करना सही रहेगा। अगर सब्सक्रिप्शन पूरा हो जाता है, तो इसमें पैसा लगाने से कोई फायदा नहीं होगा।
- अगर आप कम प्राइस बैंड पर भी पैसा लगाते हैं, तो भी आईपीओ न मिलने के चांस बढ़ जाते हैं।
- आप अपने चांस बढ़ाने के लिए प्री-अप्लाई कर सकते हैं। पब्लिक इश्यू से पहले ही आईपीओ प्री अप्लाई के लिए खुल जाता है।
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