सबसे महंगे सीमेंट स्टॉक को 95% का जबरदस्त मुनाफा, 5 साल में दिया गजब का रिटर्न!
श्री सीमेंट भारत की तीसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 2% रेवेन्यू वृद्धि के साथ ₹4948 करोड़ का कारोबार किया। कंपनी का EBITDA 34% बढ़कर ₹1229 करोड़ और नेट प्रॉफिट 95% उछलकर ₹619 करोड़ रहा। यूएई कारोबार में भी 397% की वृद्धि दर्ज की गई।

नई दिल्ली। भारत में क्षमता के लिहाज से तीसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी श्री सीमेंट ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी ने रेवेन्यू, ऑपरेटिंग मुनाफा और नेट प्रॉफिट में बेहतरीन बढ़त दर्ज की है। सीमेंट सेक्टर में श्री सीमेंट का शेयर सबसे महंगा है, इसकी कीमत 30,645 रुपये है। इसमें 5 साल में 8,679.90 रुपये या 39.62% का रिटर्न दिया है। वहीं देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक के स्टॉक की कीमत 12,257 रुपये है।
कंपनी का रेवेन्यू 2% बढ़कर ₹4,948 करोड़ पर पहुंचा, जबकि EBITDA 34% बढ़कर ₹1,229 करोड़ और नेट प्रॉफिट 95% उछलकर ₹619 करोड़ पर रहा। ये आंकड़े पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले कंपनी के मजबूत प्रदर्शन को दर्शाते हैं।
कंपनी का नेट रेवेन्यू ₹4,835 करोड़ से बढ़कर ₹4,948 करोड़ हो गया वहीं कुल सेल्स वॉल्यूम 89.5 लाख टन रहा। ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) ₹916 करोड़ से बढ़कर ₹1,229 करोड़ हो गया। प्रीमियम प्रोडक्ट की हिस्सेदारी 15.6% से बढ़कर 17.7% रही।
यूएई कारोबार में जबरदस्त बढ़त
श्री सीमेंट के यूएई कारोबार में भी शानदार सुधार हुआ है। EBITDA 9.02 मिलियन दिरहम (AED) से बढ़कर 44.86 मिलियन दिरहम रही जो कि 397% बढ़ोतरी है। बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी की यूनियन सीमेंट ने AED 110 मिलियन के निवेश के साथ 3.0 एमटीपीए क्षमता विस्तार की योजना का ऐलान किया है।
प्रबंधन की राय
श्री सीमेंट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज अखौरी ने कहा कि, “हमें इस तिमाही के शानदार नतीजे साझा करते हुए खुशी हो रही है। कीमतों के सही प्रबंधन, प्रीमियम प्रोडक्ट्स पर फोकस, संचालन दक्षता और लागत नियंत्रण ने हमारे रेवेन्यू और मुनाफे को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। आने वाले समय में हम हरित तकनीकों, डिजिटल रूपांतरण और क्षमता विस्तार के जरिए अपने हितधारकों के लिए और भी बेहतर परिणाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
कैपेक्स योजनाएं
राजस्थान के जैतारण (3.0 एमटीपीए) और कर्नाटक के कोडला (3.0 एमटीपीए) में नई यूनिट्स पर काम जारी है। इनके शुरू होने के बाद कंपनी की कुल क्षमता 68.8 एमटीपीए हो जाएगी। 2028 तक क्षमता बढ़ाकर 80 एमटीपीए करने का लक्ष्य है।
स्थायित्व और उपलब्धियां
कुल विद्युत खपत में हरित ऊर्जा का योगदान 65.65%, जो सीमेंट उद्योग में सबसे ज्यादा है। कृषि अवशेष के उपयोग से 0.20 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाना है। सभी प्लांट्स जीरो लिक्विड डिस्चार्ज का पालन करते हैं। रायपुर प्लांट की क्वालिटी लैब को एनएबीएल मान्यता है। कंपनी को मोस्ट सस्टेनेबल कंपनी इन सीमेंट सेक्टर अवॉर्ड 2025 और राजस्थान सरकार का भामाशाह अवॉर्ड 2025 मिला है।
आरएमसी कारोबार और बाजार का रुझान
कंपनी के आरएमसी प्लांट्स की संख्या बढ़कर 21 हुई, साल के अंत तक इसे 50 तक ले जाने का लक्ष्य है। सीमेंट उद्योग में सरकारी खर्च, ग्रामीण मांग और शहरीकरण को देखते हुए 6-7% की वृद्धि का अनुमान है।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।