रॉकेट की रफ्तार से भागने वाले हैं ये स्टॉक, आई ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट; इन टॉप 4 शेयरों को दी खरीदने की सलाह
Share Market News विदेशी ब्रोकरेज फर्म UBS ने BHEL वारी एनर्जीज लिमिटेड प्रीमियर एनर्जीज लिमिटेड और सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड को खरीदने की सलाह दी है। इसके साथ फर्म ने थर्मैक्स पर भी अपनी खरीदें रेटिंग बरकरार रखी है। इसके अलावा इसने त्रिवेणी टर्बाइन पर भी अपनी खरीदें रेटिंग बरकरार रखी है।

नई दिल्ली। यूनियन बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड ने भारत के टॉप एनर्जी प्रोड्यूसर को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में इन्वेस्टमेंट बैंकर और ब्रोकरेज फर्म ने 4 ऐसे बुलिश शेयरों को खरीदने की सलाह दी है, जिनमें आने वाले समय में तूफानी तेजी देखने को मिल सकती है। UBS ने बीएचईएल, वारी एनर्जीज, प्रीमियर एनर्जीज और सुजलॉन को 'खरीदें' रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने थर्मैक्स और त्रिवेणी टर्बाइन को भी अपनी BUY रेटिंग दी है।
ब्रोकरेज ने कहा कि पावर जनरेशन सेक्टर का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2030 तक 11 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। यानी वित्त वर्ष 2025 से वित्त वर्ष 2030 तक 22 प्रतिशत CAGR होगी।
UBS ने खरीद लो ये शेयर, आ सकती है तेजी
- भेल (BHEL)
- प्रीमियर एनर्जीज (Premier Energies)
- वारी एनर्जीज (Waaree Energies)
- सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy)
यूबीएस ने बीएचईएल, वारी एनर्जीज, प्रीमियर एनर्जीज और सुजलॉन एनर्जी पर 'खरीदें' रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया। इसने थर्मैक्स पर अपनी 'खरीदें' रेटिंग को भी दोहराया है। ब्रोकरेज फर्म ने इसके टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 5,100 रुपये कर दिया है, और त्रिवेणी टर्बाइन पर सकारात्मक रुख बनाए रखा है।
ब्रोकरेज फर्म ने बताया टारगेट प्राइस
बीएचईएल के लिए, यूबीएस ने 340 रुपये का टारगेट प्राइस निर्धारित किया है, जिससे पता चलता है कि शेयर मौजूदा स्तरों से लगभग 38 प्रतिशत बढ़ सकता है। ब्रोकरेज ने प्रीमियर एनर्जीज के लिए 1,340 रुपये का टारगेट प्राइस निर्धारित किया है, जो सोमवार को इसके बंद भाव से लगभग 30 प्रतिशत अधिक है।
यूबीएस के अनुसार, सबसे ज्यादा बढ़त वारी एनर्जीज में है। कंपनी को उम्मीद है कि इस शेयर में लगभग 40 प्रतिशत की तेजी आएगी और इसका टारगेट प्राइस 4,400 रुपये कर दिया है।
सुजलॉन एनर्जी में 20 प्रतिशत की मामूली, लेकिन फिर भी महत्वपूर्ण बढ़त की उम्मीद है क्योंकि यूबीएस ने इसका टारगेट प्राइस 78 रुपये निर्धारित किया है।
UBS के अनुसार, बाजार थर्मल एग्जीक्यूशन की मजबूती और सौर मॉड्यूल निर्माण में बैकवर्ड इंटीग्रेशन हासिल करने में आने वाली बाधाओं को कम करके आंक रहा है। खासकर स्थानीयकरण मानदंडों के सख्त होने के कारण। इस क्षेत्र में विविध भागीदार दिखाई दे रहे हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों पर दी सलाह एक ब्रोकरेज फर्म द्वारा दी गयी जानकारी पर आधारित है। जागरण न्यू मीडिया निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में जोखिम होता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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