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    Nifty ने फिर छुआ 26000 का आंकड़ा, सेंसेक्स में 390 अंक की बढ़त; रुपया नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 09:29 AM (IST)

    वैश्विक बाजार के सकारात्मक संकेतों के साथ, भारतीय सूचकांक 12 दिसंबर को उच्च स्तर पर खुले। सेंसेक्स 289.71 अंक बढ़कर 85,107.84 पर, और निफ्टी 76.65 अंक ...और पढ़ें

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    भारतीय सूचकांक 12 दिसंबर को उच्च स्तर पर खुले।

    नई दिल्ली। Stock Market Today: वैश्विक बाजार से मिल रहे सकारात्मक संकेतों के चलते भारतीय सूचकांक 12 दिसंबर को तेजी में खुले। सेंसेक्स 289.71 अंक या 0.34 प्रतिशत बढ़कर 85,107.84 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 76.65 अंक या 0.30 प्रतिशत बढ़कर 25,975.20 पर पहुंच गया। 

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    निफ्टी पर Hindalco, L&T, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, Axis Bank प्रमुख बढ़त वाले शेयरों में शामिल रहे, जबकि Max Healthcare, Shriram Finance, Tech Mahindra, SBI Life Insurance, Apollo Hospitals में गिरावट देखने को मिली।

    वहीं शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया US डॉलर के मुकाबले 24 पैसे गिरकर 90.56 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। घरेलू और ग्लोबल सेटिमेंट का असर रुपये की गिरावट से साफ दि रहा है। 

     गुरुवार को कैसा रहा शेयर बाजार का हाल 

    भारतीय शेयर बाजारों में गुरुवार को तेजी देखी गई, जिससे निफ्टी में तीन दिन से जारी गिरावट का रुख टूट गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगातार ग्यारहवें सत्र में बिकवाली जारी रखी। निवेशक भारत के सीपीआई और आज जारी होने वाले अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं।

     

    शेयर मार्केट की ताजा स्थिति पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट


    खुदरा निवेशकों के निवेश व्यवहार की एक सकारात्मक विशेषता म्यूचुअल फंड एसआईपी में लगातार पैसे लगाना है, जो पिछले तीन महीनों से लगातार 29000 करोड़ रुपये से ऊपर रही है। इससे एफआईआई बनाम डीआईआई की खींचतान में डीआईआई मजबूत हुए हैं और डीआईआई एफआईआई द्वारा की जा रही निरंतर बिकवाली को झेलने में सक्षम हुए हैं। एसआईपी में अच्छी आवक के माहौल में, विशेष रूप से जब अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है और आय वृद्धि की संभावनाएं बेहतर हो रही हैं, तो एफआईआई के लिए लगातार बिकवाली करना और बाजार में उच्च शॉर्ट पोजीशन बनाए रखना मुश्किल होगा।-  डॉ. वी.के. विजयकुमार, जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार


    यह समझना महत्वपूर्ण है कि रुपये का अवमूल्यन, एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली, अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने में देरी और एआई व्यापार का जारी रहना, ये सभी बाजारों पर अस्थायी दबाव हैं।

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"


    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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