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    अनिल अंबानी के दोनों 'चहेते' शेयर फिर ढहे, लगा लोअर सर्किट; ED रेड पर आई ये सफाई भी नहीं आई काम

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 11:39 AM (IST)

    Stock Market News प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा यस बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में अनिल अंबानी (Anil Ambani) से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी के बाद रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों (Anil Ambani ED raid) में भारी गिरावट आई है। दो दिनों में शेयरों में 10% तक की गिरावट दर्ज की गई।

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    ईडी ने 3000 करोड़ रुपये के यस बैंक लोन धोखाधड़ी में अनिल अंबानी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की।

    नई दिल्ली। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) और रिलायंस पावर (Reliance Power Share) के शेयरों में दो दिनों में 10% तक धड़ाम हो चुके हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3,000 करोड़ रुपये के यस बैंक लोन धोखाधड़ी जांच में अनिल अंबानी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की। जिसके बाद 5% का लोअर सर्किट लगा। रिलायंस पावर 5% गिरकर 56.72 रुपये पर आ गया, जबकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर 5% फिसलकर 342.05 रुपये पर आ गया।

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    ईडी ने गुरुवार को 2017 और 2019 के बीच यस बैंक के स्वीकृत लोन से संबंधित संदिग्ध मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत अंबानी से जुड़े 40 से 50 परिसरों की तलाशी ली। एजेंसी के अनुसार करीब 3,000 करोड़ रुपये के ये लोन कथित रूप से शेल कंपनियों और अन्य समूह संस्थाओं को डायवर्ट किए गए थे।

    धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 17 के तहत की गई ये तलाशी, केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज दो एफआईआर के बाद की गई है और ये भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), राष्ट्रीय आवास बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी पर आधारित हैं। एजेंसी ने लोन के संबंध में बैंक के प्रमोटर सहित यस बैंक के अधिकारियों की संभावित रिश्वतखोरी के संकेत भी बताए।

    ईडी की जाँच का दायरा 50 से ज्यादा कंपनियों और 25 व्यक्तियों तक फैला हुआ है। छापों और चल रही जाँच ने अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली समूह की कंपनियों के प्रति निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है, जिससे रिलायंस इंफ्रा और रिलायंस पावर दोनों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली है।

    दोनों कंपनियों ने ईडी की कार्रवाई का जवाब दिया

    अनिल अंबानी की कंपनियों ने क्या दी सफाई

    रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने अलग-अलग एक्सचेंज फाइलिंग में जांच के तहत लेनदेन में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया और कहा कि प्रवर्तन कार्रवाई का उनके व्यवसायों पर "कोई परिचालन या वित्तीय प्रभाव नहीं" पड़ेगा।

    कंपनियों ने नोट किया कि रिपोर्ट "रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड (आरकॉम) या रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) के लेनदेन से संबंधित आरोपों से संबंधित प्रतीत होती हैं, जो 10 साल से अधिक पुराने हैं" और कहा कि दोनों कंपनियां "अलग-अलग लिस्टेड हैं जिनका आरकॉम या आरएचएफएल से कोई व्यावसायिक या वित्तीय संबंध नहीं है।" 

    उन्होंने आगे जोर दिया कि अनिल अंबानी उनके  बोर्ड में नहीं हैं और आरकॉम या आरएचएफएल के खिलाफ किसी भी कार्रवाई का "रिलायंस पावर के शासन, प्रबंधन या संचालन पर कोई असर या प्रभाव नहीं पड़ेगा।" रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने कहा कि ईडी की कार्रवाई का "रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के व्यावसायिक संचालन, वित्तीय प्रदर्शन, शेयरधारकों, कर्मचारियों या किसी अन्य हितधारक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)