Ola Electric Share 75 फीसदी टूटा, अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा; जानें अब क्या होगा आगे
ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों (ola electric share price) में भारी गिरावट आई है एनएसई पर शेयर 39.76 रुपये के ऑल टाइम लो पर पहुंच गए। यह गिरावट कई ब्लॉक डील्स और कमजोर तिमाही नतीजों के बाद आई है। हुंडई और किआ ने भी अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। कंपनी को चौथी तिमाही में भारी नुकसान हुआ था।

नई दिल्ली। ओला इलेक्ट्रिक के शेयर (ola electric share price) को भारी झटका लगा है। शुक्रवार को, एनएसई पर इसके शेयर 39.76 रुपये के नए ऑल टाइम लो लेवल पर आ गए हैं। यह अगस्त 2024 के 157.40 रुपये के ओला इलेक्ट्रिक शेयर के ऑल टाइम हाई (ola electric share fall news) से करीब 75 फीसदी की गिरावट है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 10 जुलाई, 2025 को 1.29 मिलियन शेयरों की ब्लॉक डील होने के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट जारी रही। इस दौरान शेयर लगभग 1.2% गिरकर 39.90 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गए। अंत में यह 0.38 फीसदी की गिरावट के साथ 39.80 रुपये पर बंद हुए।
यहां ब्लॉक डील से मतलब बड़ी संख्या में शेयरों की बिक्री या खरीद से है। आमतौर पर संस्थागत निवेशकों द्वारा यह की जाती है। ओला इलेक्ट्रिक शेयर में यह नई गिरावट कंपनी की वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही की आय से ठीक पहले आई है, जो सोमवार, 14 जुलाई को जारी होने वाली है।
कई ब्लॉक डील्स के कारण पूरे जून महीने में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर लगातार गिरते रहे। दरअसल यह दवाब दक्षिण कोरियाई ऑटो दिग्गज हुंडई (Hyundai Motors) और किआ (Kia Motors) की अपनी हिस्सेदारी कम करने के बाद देखने को मिला।
हुंडई ने महीने की शुरुआत में अपनी 2.47% हिस्सेदारी पूरी तरह से बेच दी, जबकि किआ ने भी अपनी हिस्सेदारी कम कर दी। जून के अंत में, कंपनी की लगभग 0.8% इक्विटी वाले और ब्लॉक डील्स ने निवेशकों के बीच नई चिंताएँ पैदा कर दीं, जिससे बिकवाली और बढ़ गई।
क्या कहते हैं विश्लेषक: ओला इलेक्ट्रिक पर आगे क्या होगा
कुछ विश्लेषकों ने सलाह दी है कि जब तक ईवी कंपनी अपनी आय और बिक्री के प्रदर्शन में सार्थक सुधार नहीं दिखाती, तब तक मौजूदा स्तरों पर नए निवेश शुरू न करें।
आने वाले नतीजे होंगे अहम
शेयर में गिरावट का रुख रहा है और हाल ही में लॉन्च हुए मॉडलों ने बाजार सहभागियों की ज़्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है। आने वाले नतीजे कंपनी के लिए अहम होंगे। मौजूदा निवेशक इस शेयर में बने रह सकते हैं, जबकि मौजूदा निचले स्तरों पर नई खरीदारी की सलाह नहीं दी जा रही है, जब तक कि कमाई और बिक्री के आंकड़ों में सुधार न हो।
कमजोर Q4 के नतीजे
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में ओला इलेक्ट्रिक के निराशाजनक चौथी तिमाही के नतीजों के बाद निवेशकों के भरोसे को भारी झटका लगा था। कंपनी ने 870 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के घाटे से दोगुना से भी ज़्यादा है।
इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी का रेवेन्यू 62% की भारी गिरावट के साथ 611 करोड़ रुपये रह गया और वाहनों की डिलीवरी घटकर 51,000 यूनिट से कुछ ज्यादा रह गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1.15 लाख यूनिट थी। ओला का ऑटो ऑपरेटिंग मार्जिन भी एक साल पहले के 9.3% से गिरकर 78.6% पर आ गया, जो ऑपरेटिंग तनाव की गंभीरता को बताता है।
हालांकि, एकमात्र अच्छी बात यह रही कि सकल मार्जिन में सुधार हुआ और यह 19.2% हो गया, जिसमें मजबूत मुद्रीकरण रणनीतियों और कंपनी के दावों के अनुसार इसके जनरेशन-3 प्लेटफॉर्म से ज्यादा योगदान करने में सहायता मिली।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।