Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    LIC ने खरीदे ₹21700 करोड़ के शेयर, SBI समेत कई स्टॉक्स में लगाया और पैसा, पोर्टफोलियो वैल्यू हुई 16 लाख करोड़

    Updated: Tue, 04 Nov 2025 07:26 PM (IST)

    एलआईसी ने सितंबर तिमाही में 21,700 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर खरीदे और 76 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, जबकि 81 कंपनियों में निवेश घटा दिया। एलआईसी ने पहली बार अपने पोर्टफोलियो में 13 नए शेयर भी जोड़े हैं। इसके साथ ही एलआईसी के पोर्टफोलियो की वैल्यू 16.09 लाख करोड़ रुपये हो गई है।

    Hero Image

    एलआईसी, शेयर बाजार में एक बड़ा संस्थागत निवेशक है।

    नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) शेयर बाजार में एक दिग्गज संस्थागत निवेशक है। सितंबर 2025 तिमाही में एलआईसी ने कई कंपनियों के शेयर खरीदे और कुछ स्टॉक्स में हिस्सेदारी कम की है। खास बात है कि एलआईसी ने शेयर ऐसे समय में खरीदे जब बाजार में भारी उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली देखने को मिली।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एलआईसी ने बीती तिमाही के दौरान 21,700 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर खरीदे और बाजार में लिस्टेड 76 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, जबकि 81 कंपनियों में निवेश घटा दिया। खास बात रही कि एलआईसी ने पहली बार अपने पोर्टफोलियो में 13 नए शेयर भी जोड़े। आइये आपको बताते हैं भारतीय जीवन बीमा निगम ने कौन-सी कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे हैं।

    LIC के पोर्टफोलियो की कुल वैल्यू

    एलआईसी के इस दौर की खरीदारी के बावजूद, उसके इक्विटी पोर्टफोलियो का कुल बाजार मूल्य सितंबर के आखिरी में 1.7 प्रतिशत घटकर 16.09 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो जून में 16.36 लाख करोड़ रुपये था यानी इस दौरान बाजार में आई गिरावट से एलआईसी को भी नुकसान हुआ। इस तिमाही के आखिरी तक, एलआईसी के पास 322 सूचीबद्ध कंपनियों में निवेश रहा।

    LIC ने इन शेयरों में लगाया पैसा

    इस तिमाही में एलआईसी का सबसे बड़ा दांव भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों पर रहा। एलआईसी ने एसबीआई के 5,599 करोड़ रुपये मूल्य के 6.42 करोड़ अतिरिक्त शेयर खरीदे। वहीं, सन फार्मास्युटिकल्स और एचसीएल टेक्नोलॉजीज में भी अपनी हिस्सेदारी क्रमशः 3,226 करोड़ रुपये और 2,939 करोड़ रुपये के शेयर खरीदकर बढ़ाई।

    इसके अलावा, एलआईसी ने पिडिलाइट इंडस्ट्रीज (2,234 करोड़ रुपये), कोल इंडिया (2,119 करोड़ रुपये), एनटीपीसी (1,992 करोड़ रुपये), टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (1,904 करोड़ रुपये), सिप्ला (1,686 करोड़ रुपये) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (1,654 करोड़ रुपये) के शेयर खरीदे।

    इन शेयरों से LIC ने निकाला पैसा

    जहां एक ओर एलआईसी ने जमकर शेयर खरीदे तो दूसरी ओर उसने कुछ कंपनियों के शेयर बेचे भी। एलआईसी ने सबसे ज्यादा बिकवाली एचडीएफसी बैंक के शेयरों में की और 3,130 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी कम कर ली। इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक (2,338 करोड़ रुपये) और लार्सन एंड टुब्रो (2,243 करोड़ रुपये) में भी हिस्सेदारी घटाई।

    इसके अलावा, एलआईसी ने भारती एयरटेल (2,205 करोड़ रुपये), महिंद्रा एंड महिंद्रा (2,149 करोड़ रुपये), मारुति सुजुकी (2,052 करोड़ रुपये) और कोटक महिंद्रा बैंक (1,994 करोड़ रुपये) में भी अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है।

    इन शेयरों में पहली बार खरीदारी

    एलआईसी ने चुनिंदा शेयरों में पहली बार खरीदारी की। इनमें बीएसई लिमिटेड का नाम सबसे ऊपर रहा, जहाँ एलआईसी ने 4,637 करोड़ रुपये मूल्य के 2.28 करोड़ शेयर खरीदे। इसके अलावा, यस बैंक (2,653 करोड़ रुपये) और एबीबी इंडिया (2,424 करोड़ रुपये) में भी महत्वपूर्ण निवेश किया। अन्य नए शेयरों में वरुण बेवरेजेज (1,982 करोड़ रुपये), श्रीराम फाइनेंस (1,492 करोड़ रुपये) और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (819 करोड़ रुपये) भी शामिल हैं।

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)