'सभी आरोप बेबुनियाद हैं...' LIC ने द वाशिंगटन पोस्ट की झूठी रिपोर्टों का किया खंडन
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने 'द वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट को झूठा बताते हुए खंडन किया है। एलआईसी ने कहा कि निवेश निर्णय बाहरी कारकों से प्रभावित नहीं होते, बल्कि बोर्ड की नीतियों के अनुसार लिए जाते हैं। रिपोर्ट में लगाए गए आरोप LIC और भारत के वित्तीय क्षेत्र की छवि को खराब करने के इरादे से लगाए गए हैं। LIC ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में अच्छा मुनाफा दर्ज किया है।

नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की ओर से शनिवार को 'द वाशिंगटन पोस्ट' की झूठी रिपोर्टों का खंडन किया गया। LIC ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इन आरोपों को झूठा बताया है।
LIC की ओर से 'द वाशिंगटन पोस्ट' के आर्टिकल के जवाब में कहा गया है कि वॉशिंगटन पोस्ट ने आरोप लगाए हैं कि LIC के निवेश से जुड़े फैसले बाहरी फैक्टर्स से प्रभावित होते हैं। ये सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं।
कंपनी ने अपने बयान में कहा, "आर्टिकल में बताए गए ऐसे किसी भी डॉक्यूमेंट या प्लान को LIC ने कभी तैयार नहीं किया, जो LIC द्वारा अदाणी ग्रुप की कंपनियों में फंड डालने के लिए एक रोडमैप बनाता हो।"
LIC denies false reports by The Washington Post, reaffirming all investments are made with integrity and due diligence.#LIC #HarPalAapkeSaath #washingtonpost pic.twitter.com/RQ0N2AvBA1
— LIC India Forever (@LICIndiaForever) October 25, 2025
LIC ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि निवेश के फैसले LIC द्वारा बोर्ड से मंजूर पॉलिसी के अनुसार, पूरी जांच-पड़ताल के बाद स्वतंत्र रूप से लिए जाते हैं।
साथ ही कंपनी ने यह भी साफ किया कि फाइनेंशियल सर्विसेज डिपार्टमेंट या किसी अन्य संस्था का ऐसे फैसलों में किसी तरह की कोई भूमिका नहीं होती।
कंपनी ने अपने बयान में कहा, "LIC ने ड्यू डिलिजेंस के उच्चतम स्टैंडर्ड्स को सुनिश्चित किया है और निवेश के सभी फैसले सभी स्टेकहोल्डर्स के सर्वोत्तम हित में, मौजूदा पॉलिसी, एक्ट्स के प्रावधानों और रेगुलेटरी गाइडलाइंस के पालन में किए गए हैं।"
LIC की ओर से यह भी कहा गया कि आर्टिकल में कथित बयान कंपनी की निर्णय लेने की प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही, ये आरोप LIC और भारत के मजबूत फाइनेंशियल सेक्टर की प्रतिष्ठा और छवि को खराब करने के इरादे से लगाए गए हैं।
इस बीच, कंपनी ने वित्त वर्ष 26 की अप्रैल-जून तिमाही में 10,957 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया था, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही की तुलना में 3.91 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। LIC की शुद्ध प्रीमियम आय भी 4.7 प्रतिशत बढ़कर 1,19,618 करोड़ रुपए हो गई है।
LIC जीवन बीमा उद्योग में प्रथम वर्ष की प्रीमियम आय में 63 प्रतिशत से अधिक की बाजार हिस्सेदारी के साथ अपना नेतृत्व बनाए हुए है।

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