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    खरीद लो, खरीद लो...! जंगी जहाज बनाने वाली इन 3 डिफेंस कंपनियों पर ब्रोकरेज फर्म मेहरबान; दिया इतना बड़ा टारगेट

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 11:56 AM (IST)

    ब्रोकरेज फर्म जंगी जहाज बनाने वाली तीन डिफेंस कंपनियों पर मेहरबान है और इन कंपनियों के शेयरों में निवेश करने की सलाह दे रही है। फर्म ने इन कंपनियों के ...और पढ़ें

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    खरीद लो, खरीद लो...! जंगी जहाज बनाने वाली इन 3 डिफेंस कंपनियों पर ब्रोकरेज फर्म मेहरबान; दिया इतना बड़ा टारगेट

    नई दिल्ली। ब्रोकरेज फर्म फिलिप कैपिटल ने जंगी जहाज बनाने वाली तीन सरकारी डिफेंस कंपनियों के शेयरों को लेकर खरीदने की सलाह दी है। इन कंपनियों के शेयर 44% तक का रिटर्न दे सकते हैं। ब्रोकरेज फर्म फिलिप कैपिटल ने शुक्रवार, 19 दिसंबर को अपने लेटेस्ट नोट में भारत की शिपबिल्डिंग कंपनियों, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स लिमिटेड पर कवरेज शुरू की। आइए जानते है कि फर्म ने इन शेयरों को लेकर कितना बड़ा टारगेट प्राइस दिया है।

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    फिलिप कैपिटल के अनुसार ये तीनो शेयर अपने ऑल टाइम से बहुत नीचे आ चुके हैं। और अब ये यहां से उड़ान भर सकते हैं। ऐसे में इन्हें इस समय खरीदना मुनाफे का सौदा हो सकता है।

    कहां तक जा सकते हैं ये शेयर

    फिलिप कैपिटल ने मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स लिमिटेड को BUY की रेटिंग देते हुए इनका टारगेट प्राइस बताया है। फर्म ने मझगांव डॉक के शेयरों का टारगेट प्राइस 3200 रुपये दिया है। वहीं, कोचीन शिपयार्ड के शेयरों का टारगेट प्राइस 2175 रुपये दिया है, जबकि गार्डन शिपबिल्डर्स के शेयरों का टारगेट प्राइस 2800 रुपये दी है। ये तीनों शेयर अपने मौजूदा लेवल से क्रमश 36%, 44% और 26% तक का रिटर्न दे सकते हैं।

    मझगांव डॉक के शेयर अपने रिकॉर्ड हाई लेवल ₹3,775 से 37% नीचे ट्रेड कर रही है। कोचीन शिपयार्ड और गार्डन रीच के शेयर इस साल की शुरुआत में पहुंचे अपने रिकॉर्ड हाई लेवल से क्रमशः 40% और 37% नीचे आ गए हैं।

    स्टॉक टारगेट
    मझगांव डॉक ₹3200
    कोचीन शिपयार्ड ₹2175
    गार्डन रीच ₹2800

    फिलिप कैपिटल ने अपने नोट में लिखा कि भारत का डिफेंस शिपबिल्डिंग सेक्टर कई दशकों के बदलाव की दहलीज पर खड़ा है और एक बिखरी हुई, पॉलिसी पर निर्भर इंडस्ट्री से एक स्ट्रेटेजिक मैन्युफैक्चरिंग और डिफेंस पिलर में बदल रहा है। इसमें यह भी कहा गया है कि समुद्री रास्तों से अपने 95% ट्रेड को संभालने के बावजूद, ग्लोबल शिप प्रोडक्शन में भारत की हिस्सेदारी 1% से भी कम है।

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    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां दी दई जानकारी ब्रोकरेज फर्म की अपनी राय है। जागरण बिजनेस किसी भी तरह की निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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