ट्रंप के अमेरिका को रॉकेट मोटर बेचेगी भारत की ये कंपनी, लंदन में हुआ ऐलान; भारत में शेयरों ने दिखाया दम
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयरों में गुरुवार 11 सितंबर 2025 को बढ़त देखने को मिली। कंपनी के शेयर 5 फीसदी से अधिक की तेजी के साथ बंद हुए। शेयरों में आई तेजी के पीछे का कारण एक समझौता है। Apollo Micro Systems की सहायक कंपनी Apollo Strategic Technologies ने अमेरिकी कंपनी से डील की है।

नई दिल्ली। भारत की एक कंपनी अब अमेरिका के लिए रॉकेट में लगने वाला मोटर बनाएगी। दरअसल, अपोलो माइक्रो सिस्टम की सहायक कंपनी Apollo Strategic Technologies ने अमेरिका की Dynamic Engineering and Design Incorporation के साथ एक समझौता किया है।
शेयरों में दिखी तेजी
इस समझौते के तहत भारत की यह छोटी सी कंपनी अमेरिकी कंपनी के लिए रॉकेट मोटर का उत्पादन करेगा। लंदन में दोनों कंपनियों के बीच इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इधर भारतीय शेयर बाजार में Apollo Micro Systems के शेयरों ने दम दिखाया। कंपनी के शेयर आज (11 सितंबर 2025) 5.26 फीसदी की बढ़त के साथ 298 रुपये के स्तर पर बंद हुए।
स्मॉल-कैप स्टॉक उस समय तेजी देखने को मिली जब कंपनी ने घोषणा की कि अपोलो स्ट्रेटेजिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, जो कंपनी की एक सहायक कंपनी है और अपोलो डिफेंस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है, ने डीएसईआई लंदन में बीएम-21 ग्रेड ईआर और गैर-ईआर रॉकेटों के लिए रॉकेट मोटर्स के प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, सह-विकास और संभावित लाइसेंस प्राप्त उत्पादन के लिए डायनेमिक इंजीनियरिंग एंड डिजाइन इनकॉर्पोरेशन- संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक MoU साइन किया है।
ग्रैड रॉकेट एक 122 मिमी आर्टिलरी रॉकेट है जिसका उपयोग BM-21 प्रणाली जैसे मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) में किया जाता है। दूसरी ओर, रॉकेट मोटर किसी रॉकेट की प्राथमिक प्रणोदन प्रणाली होती है और इसमें प्रणोदक, आवरण, नोजल और प्रज्वलन प्रणाली शामिल होती है। आर्टिलरी रॉकेटों की सीमा, स्थिरता, प्रणोद और सटीकता निर्धारित करने में यह सबसे महत्वपूर्ण उप-प्रणाली है।
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, " यह MoU मल्टी-बैरल रॉकेट प्रणालियों के लिए प्रणोदन तकनीकों के स्वदेशीकरण और मेक इन इंडिया पहल के तहत महत्वपूर्ण रक्षा प्रणालियों में आत्मनिर्भरता बढ़ाने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।"
कंपनी ने कहा, "बीएम-21 ग्रैड रॉकेट वैश्विक रक्षा बाजार में सबसे अधिक मांग वाले अनगाइडेड रॉकेटों में से एक हैं। इस पहल के साथ, अपोलो समूह भारत की उन निजी कंपनियों में से एक के रूप में उभरेगा जो इस क्षमता की पूरी तरह से स्व-विकसित रॉकेट प्रणाली प्रदान करेगी, जिससे वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति मजबूत होगी और रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के भारत सरकार के दृष्टिकोण में योगदान मिलेगा।"
122 मिमी रॉकेट वारहेड को Apollo ने बनाया
अपोलो समूह ने पहले ही 122 मिमी रॉकेट वारहेड को सफलतापूर्वक विकसित कर लिया है और अब तत्काल परीक्षण शुरू करने और 2026 के मध्य तक पूर्ण पैमाने पर उत्पादन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। यह रणनीतिक सहयोग अपोलो को स्वदेशी रूप से विकसित वारहेड्स को घरेलू स्तर पर उत्पादित रॉकेट मोटर्स के साथ एकीकृत करने में सक्षम बनाएगा, जो भारत के निजी रक्षा निर्माण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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