Credit Card बिल का पेमेंट देर से करने पर आपको हो सकता है ये नुकसान, इनके बारे में जानिए
क्रेडिट के बिल पेमेंट में की गई गलती आगे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए कार्ड इस्तेमाल से पहले कुछ जरूरी बातें जान लीजिये।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रेडिट कार्ड रखना और उसका इस्तेमाल करना ही समझदारी नहीं है, बल्कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सही तरीके से करना समझदारी है। क्रेडिट के बिल पेमेंट में की गई गलती आगे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए कार्ड इस्तेमाल से पहले कुछ जरूरी बातें जान लीजिये।
क्रेडिट कार्ड रोलओवर बैलेंस: अगर आप क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान, तारीख बीतने के बाद कर रहे हैं तो आप जरा इसमें सावधान हो जाएं, इससे पहले की आप ये गलती करें आपको इसपर लगने वाले शुल्क के बारे में पता होना चाहिए। अगर आप बिल का भुगतान नियत तारीख पर नहीं करेंगे तो आपको क्रेडिट कार्ड के बकाया राशि का भुगतान करने पर ज्यादा ब्याज के साथ जुर्माना भी देना होगा।
सुनिश्चित करें कि आपने क्रेडिट कार्ड के पूरे बिल का भुगतान देय तिथि से पहले या अंत में कर दिया है। यहां तक कि अगर कभी नियत तारीख पर अनिवार्य 5 फीसद भुगतान के लिए कहा जाता है तो आप 100 फीसद का भुगतान करें। बकाये राशि को आगे ले जाने पर प्रति वर्ष या उससे भी अधिक 36-42 फीसद की ब्याज दर का भुगतान करना पड़ सकता है।
क्रेडिट कार्ड रोलओवर बैलेंस
ओवर रोलिंग करने से किसी को भी उच्च-ब्याज दर का भुगतान करना पड़ता है जब तक कि कार्ड पर पूरे बकाया का पूरा भुगतान नहीं किया जाता है। इसके अलावा, ब्याज-मुक्त अवधि का लाभ नहीं मिलता। आमतौर पर सभी क्रेडिट कार्ड नियत तारीख आने से पहले कार्ड पर ब्याज मुक्त क्रेडिट अवधि देते हैं, हालांकि, यदि पिछली बार की पूरी बिल राशि का भुगतान नहीं किया गया है, तो यह लाभ नहीं मिल पाता। इसके अलावा ब्याज मुक्त कर्ज की अवधि 20 से 50 दिनों तक हो सकती है। हालांकि, यह तब लागू नहीं होता है जब पिछले महीने का बैलेंस पूरी तरह से नहीं चुकाया गया हो या कार्डधारक ने किसी भी एटीएम से नकदी का लाभ उठाया हो।
इसलिए, यदि आपके पास अपने कार्ड पर 2,000 रुपये का बैलेंस है और आप अगले महीने में नई खरीदारी करते हैं, तो भी आपको नई खरीदारी पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
इसके अलावा, यदि कोई देय न्यूनतम राशि का भुगतान करने में विफल रहता है, तो जुर्माना देय राशि के आधार पर 900 रुपये तक हो सकता है। यदि आपके पास एक बकाया राशि है, तो बकाया राशि का भुगतान करना और फिर नई खरीदारी करना बेहतर है। क्लीयर न होने पर बकाया राशि कर्ज के जाल में फंस जाएगी और आपके क्रेडिट स्कोर को भी नुकसान पहुंचाएगी।