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    NPS हुआ और ज्यादा फायदेमंद: अब Gold-Silver ETF और निफ्टी 250 में निवेश, रिटर्न बढ़ाने का नया मौका

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 03:25 PM (IST)

    पेंशन रेगुलेटर PFRDA ने NPS, UPS और अटल पेंशन योजना के निवेश नियमों में बदलाव किए हैं। अब गोल्ड ईटीएफ, सिल्वर ईटीएफ, निफ्टी 250 इंडेक्स और अल्टरनेटिव ...और पढ़ें

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    NPS हुआ और ज्यादा फायदेमंद: अब Gold-Silver ETF और निफ्टी 250 में निवेश, रिटर्न बढ़ाने का नया मौका

    नई दिल्ली| नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) निवेशकों के लिए बड़ी राहत और नया मौका सामने आया है। पेंशन रेगुलेटर पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवपलमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने NPS, यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) और अटल पेंशन योजना (APY) के निवेश नियमों में अहम बदलाव किए हैं। अब इन योजनाओं के तहत गोल्ड ईटीएफ, सिल्वर ईटीएफ, निफ्टी 250 इंडेक्स और अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स (AIF Category I और II) में भी पैसा लगाया जा सकेगा। यह जानकारी 10 दिसंबर 2025 को जारी PFRDA के मास्टर सर्कुलर में दी गई है। यह सर्कुलर पहले के सभी निवेश संबंधी सर्कुलर को खत्म करता है और तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है।

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    पीएफआरडीए ने क्या कहा?

    पीएफआरडीए के मुताबिक, यह मास्टर सर्कुलर PFRDA एक्ट 2013 और पेंशन फंड रेगुलेशन के तहत जारी किया गया है। इसके तहत NPS, UPS और APY के लिए इक्विटी, डेट, ETF (गोल्ड-सिल्वर सहित) और अन्य एसेट्स में निवेश की साफ-साफ लिमिट तय की गई है।

    क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

    टाटा पेंशन मैनेजमेंट के सीईओ कुरियन जोस ने ईटी से बात करते हुए कहा कि, "नए निवेश नियम NPS को ज्यादा आधुनिक बनाते हैं। गोल्ड-सिल्वर ETF, AIF, REIT और म्युनिसिपल बॉन्ड जैसी नई एसेट क्लास से डाइवर्सिफिकेशन बढ़ेगा और जोखिम को संभालते हुए बेहतर रिटर्न की संभावना बनेगी।”

    यह भी पढ़ें- EPFO Rule: ₹15000 से ज्यादा सैलरी वालों को PF जरूरी है या नहीं? ईपीएफओ ने साफ किया नियम; आप भी हैं दायरे में?

    नए नियमों के तहत NPS, UPS, APY में निवेश की लिमिट

    1. सरकारी बॉन्ड (G-Secs)- अधिकतम 65%

    • केंद्र/राज्य सरकार के बॉन्ड
    • PSU के EBR बॉन्ड
    • गिल्ट म्यूचुअल फंड (G-Secs का 5% तक)

    2. कॉरपोरेट डेट- अधिकतम 45%

    • AA रेटिंग या उससे ऊपर के कॉरपोरेट बॉन्ड
    • बैंक एफडी, डेट म्यूचुअल फंड (5% तक), REIT/InvIT डेट
    • म्यूनिसिपल बॉन्ड (AAA रेटिंग)

    3. शॉर्ट-टर्म डेट- अधिकतम 10%

    • टी-बिल्स (T-Bills), CP, CD, लिक्विड/अल्ट्रा-शॉर्ट म्यूचुअल फंड्स

    4. इक्विटी- अधिकतम 25%

    • निफ्टी 250 के शेयर
    • सेंसेक्स/निफ्टी ईटीएफ
    • इक्विटी MF (5% तक)

    5. वैकल्पिक और अन्य निवेश- अधिकतम 5%

    • गोल्ड और सिल्वर ETF-AUM का 1% तक
    • AIF (कैटेगरी I व II)- सीमित निवेश
    • REITs, InvITs, एसेट-बैक्ड सिक्योरिटीज

    क्यों अहम है यह बदलाव?

    • पेंशन निवेश में डाइवर्सिफिकेशन बढ़ेगा।
    • महंगाई और बाजार उतार-चढ़ाव से बेहतर सुरक्षा।
    • लंबे समय में बेहतर रिटर्न की संभावना।

    यानी यह साफ है कि NPS अब सिर्फ सुरक्षित ही नहीं, बल्कि ज्यादा डाइवर्सिफाइड और रिटर्न-ओरिएंटेड बन गया है। गोल्ड-सिल्वर ईटीएफ से महंगाई के खिलाफ सुरक्षा मिलेगी। निफ्टी 250 से ग्रोथ का दायरा बढ़ेगा।

    SOURCE- PFRDA

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