KVP vs NSC: किसान विकास पत्र या नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, कहां मिलता है ज्यादा ब्याज, पहले कौन करता है पैसा डबल?
किसान विकास पत्र (KVP) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) दोनों ही सुरक्षित स्कीमें हैं। दोनों में निवेश पर गारंटीड रिटर्न तो मिलता ही है साथ ही टैक्स बेनिफिट भी मिलता है। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर इन दोनों स्कीमों में अंतर क्या है? दोनों में ज्यादा ब्याज (KVP vs NSC Interest Rate) कहां मिलता है और कहां पैसा तेजी से बढ़ता है? तो चलिए समझते हैं पूरा कैलकुलेशन।

नई दिल्ली| अगर आप सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं तो सरकारी स्कीम सबसे बेस्ट हैं। ऐसी ही दो सरकारी स्कीमें हैं- किसान विकास पत्र (KVP) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), दोनों ही सुरक्षित स्कीमें हैं। दोनों में निवेश पर गारंटीड रिटर्न तो मिलता ही है, साथ ही टैक्स बेनिफिट भी मिलता है। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर इन दोनों स्कीमों में अंतर क्या है? दोनों में ज्यादा ब्याज (KVP vs NSC Interest Rate) कहां मिलता है और कहां पैसा तेजी से बढ़ता है? तो चलिए समझते हैं पूरा कैलकुलेशन।
किसान विकास पत्र (KVP) क्या है?
किसान विकास पत्र एक लंबी अवधि का निवेश है। इसमें आपका पैसा तय समय में दोगुना हो जाता है। अभी KVP की ब्याज दर 7.5% सालाना है। इसका मतलब यह है कि अगर आप 1 लाख रुपए निवेश करते हैं तो 115 महीनों (यानी करीब 9 साल 7 महीने) में यह दोगुना होकर 2 लाख रुपए बन जाएगा।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) क्या है?
NSC भी सरकार की छोटी बचत स्कीम है। यह 5 साल की लॉक-इन अवधि के लिए होती है। अभी NSC पर ब्याज दर 7.7% सालाना है। ब्याज हर साल जुड़ता है और मैच्योरिटी पर एकमुश्त मिल जाता है।
ब्याज दर में अंतर
- KVP ब्याज दर: 7.5%
- NSC ब्याज दर: 7.7%
यानी कागज पर देखें तो NSC में ब्याज थोड़ा ज्यादा है। लेकिन फर्क सिर्फ 0.2% का है।
कहां पैसा ज्यादा बनेगा?
मान लीजिए आप दोनों स्कीम में 1 लाख रुपए निवेश करते हैं तो:
- किसान विकास पत्र में 1 लाख रुपए 115 महीने (9 साल 7 महीने) में दोगुना होकर 2 लाख बन जाएंगे।
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में 1 लाख रुपए 5 साल में लगभग 1,44,500 रुपए बन जाएंगे।
- अगर आप लगातार 10 साल तक NSC में पैसा लगाते हैं और हर 5 साल बाद राशि को फिर से निवेश करते हैं, तो आपका पैसा लगभग 2,08,000 रुपए तक हो सकता है।
किसमें मिलता है टैक्स बेनिफिट?
NSC पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। जबकि KVP में टैक्स छूट नहीं है, लेकिन ब्याज सुरक्षित है।
KVP vs NSC: दोनों में किसे चुनें?
अगर आप चाहते हैं कि पैसा जल्दी बढ़े और बीच में जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल भी हो सके, तो NSC बेहतर विकल्प है। अगर आप लंबी अवधि के लिए गारंटीड डबल पैसा चाहते हैं और टैक्स बेनिफिट की जरूरत नहीं है, तो KVP सही विकल्प है।
दोनों स्कीमें सुरक्षित हैं, क्योंकि ये सरकार समर्थित हैं। ब्याज दर लगभग बराबर है। फर्क सिर्फ इतना है कि NSC में पैसा जल्दी बढ़ता है और टैक्स बेनिफिट भी है। जबकि KVP लंबी अवधि के निवेशकों के लिए है जो बिना जोखिम पैसा दोगुना करना चाहते हैं।
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