EPFO News: कंपनी में 20 से कम स्टाफ, तब भी मिलेगा PF? छोटी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी जान लें ये नियम
EPF Eligibility: छोटी कंपनियों के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! अब 20 से कम कर्मचारी होने पर भी EPF का लाभ मिल सकता है। कर्मचारी और नियोक्ता की सहमति से स्वैच्छिक कवरेज के तहत EPF से जुड़ा जा सकता है। इसके लिए कर्मचारी EPFO को आवेदन कर सकते हैं। वेतन से छोटी कटौती और कंपनी के योगदान के साथ, यह योजना सुरक्षित भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। ऑनलाइन प्रक्रिया से जुड़ना आसान है।
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EPFO News: कंपनी में 20 से कम स्टाफ, तब भी मिलेगा PF? छोटी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी जान लें ये नियम
EPF eligibility for small establishments:आमतौर पर छोटी कंपनियां EPF के दायरे में नहीं आतीं, इसलिए वहां काम करने वालों को रिटायरमेंट सेविंग का फायदा नहीं मिल पाता। लेकिन अब ऐसी कंपनियों के कर्मचारियों के लिए राहत की बड़ी खबर है। अगर आपकी कंपनी में 20 से कम कर्मचारी भी (EPF applicability below 20 employees) हैं, तो आप EPF से जुड़ सकते हैं। अब सवाल है- आखिर कैसे? और ऐसा कौन सा नियम है, जिसके तहत छोटी कंपनियों के कर्मचारी ईपीएफ से जुड़ सकते हैं?
दरअसल, यह व्यवस्था कानून के सेक्शन 1(4) के तहत आती है, जिसे वॉलंटरी कवरेज कहा जाता है। मतलब, कंपनी छोटी हो या बड़ी-अगर कर्मचारी और नियोक्ता दोनों सहमत हों, तो संस्थान EPF में शामिल हो सकता है। इस बदलाव से लाखों कर्मचारियों को सुरक्षित रिटायरमेंट फंड बनाने का मौका मिलेगा।
कर्मचारी खुद कर सकते हैं पहल
ईपीएफ से जुड़ने के लिए कर्मचारी खुद भी पहल कर सकते हैं। अगर कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी EPF से जुड़ना चाहते हैं, और मालिक भी तैयार है, तो संस्था ईपीएफओ (EPFO) को आवेदन भेज सकती है। मंजूरी मिलते ही सभी कर्मचारियों को PF नंबर मिल जाता है। इस फैसले से खासकर उन लोगों को फायदा मिलेगा जो छोटी फैक्ट्रियों, गोदामों, सर्विस सेंटर, दुकानों, एजेंसियों, ट्रैवल कंपनियों या 10-15 स्टाफ वाले दफ्तरों में काम करते हैं। अब उन्हें भी बड़ी कंपनियों की तरह EPF की सुविधा मिल सकेगी।
ईपीएफ से जुड़ने के क्या हैं फायदे?
ईपीएफ में जुड़ने के कई फायदे हैं। वेतन से हर महीने छोटी कटौती होती है, जो आपके भविष्य के लिए बड़ी बचत बन जाती है। कंपनी भी उतना ही योगदान देती है। EPF अकाउंट पर ब्याज भी मिलता है। नौकरी बदलने पर PF साथ चलता है। PF बैलेंस और पासबुक ऑनलाइन देखने की सुविधा पहले से मौजूद है।
बहुत से कर्मचारी PF न मिलने की वजह से नौकरी बदलने में हिचकते हैं। या कई बार रिटायरमेंट की बचत नहीं बन पाती। वॉलंटरी कवरेज इस समस्या को खत्म करता है। अब छोटी कंपनियों के कर्मचारी भी सुरक्षित भविष्य की योजना बना सकते हैं।
EPFO के मुताबिक, वॉलंटरी कवरेज के लिए कंपनी को एक फॉर्म भरकर आवेदन करना होता है। यह प्रक्रिया आसान है और ऑनलाइन भी की जा सकती है। मंजूरी के बाद योगदान तुरंत शुरू हो जाता है। कुल मिलाकर, यह कदम छोटी कंपनियों में काम करने वाले लाखों कर्मचारियों को मजबूत आर्थिक सुरक्षा देगा।

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