Credit Card का बिल नहीं चुका पा रहे भारतीय, बकाया ₹33,866 करोड़ के पार; जानें 5 टिप्स, जो कर देंगे कर्जे से बाहर
Credit card debt भारतीयों के क्रेडिट कार्ड का आउटस्टैंडिंग अमाउंट 44% 33866 करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह अमाउंट मार्च 2024 में 23475 करोड़ रुपए था। इस बात की जानकारी सीआरआईएफ हाई मार्क की रिपोर्ट में सामन आई है। CRIF हाई मार्क RBI के साथ रजिस्टर्ड एक क्रेडिट ब्यूरो है जो इस तरह की रिपोर्ट जारी करती रहती है

नई दिल्ली| Credit Card News : हम सब जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड होने से फिजूल खर्च बढ़ जाता है। हम छोटे-छोटे खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जब मंथ एंड होता है तो वो छोटा-छोटा खर्च भारी-भरकम रकम बन जाती है। जिसके इकट्ठा चुकाना कई बार आपके महीने का बजट बिगाड़ देता है।
फिर उसे चुकाने के लिए लोन या फिर उधार लेते हैं, या फिर बिल की किश्ते बनवा लेते हैं। जिससे आपके ऊपर लगातार कर्ज का बोझ बढ़ता चला जाता है। इन्हीं छोटी-छोटी भूल के चलते भारतीयों के बीच क्रेडिट कार्ड का आउटस्टैंडिंग अमाउंट 44 फीसदी बढ़कर ₹33,866 करोड़ के पार पहुंच गया है। यह अमाउंट मार्च 2024 में 23,475 करोड़ रुपए था।
इस बात की जानकारी सीआरआईएफ हाई मार्क की रिपोर्ट में सामने आई है। CRIF हाई मार्क RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी) के साथ रजिस्टर्ड एक क्रेडिट ब्यूरो है, जो इस तरह की रिपोर्ट जारी करती रहती है।
एक साल में बढ़ा 10,410 करोड़ रुपए का कर्जा!
CRIF ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आउटस्टैंडिंग अमाउंट एक साल में बढ़कर 10,410.9 करोड़ रुपए पहुंच गया है। यह वो बकाया है, जिसे लोग 91 से 180 दिन से ज्यादा समय से नहीं चुका पाए हैं। बैंकिंग नियमों की बात करें तो इसे खराब कर्ज यानी नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) माना जाता है।
रिपोर्ट में बताया गया कि क्रेडिट कार्ड के ओवरड्यू और लगातार बढ़ते आउटस्टैंडिंग अमाउंट के ये आंकड़े ना सिर्फ क्रेडिट पर बढ़ती निर्भरता को दिखाते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि भारतीय क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भरना चाहते।
कर्ज मुक्त बना देंगी ये पांच आदतें
1. समय पर भुगतान: अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल या पर्सनल लोन की EMI समय पर नहीं चुकाते, तो भारी ब्याज लगता है। इससे क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है। इसिलए, हमेशा पेंडिंग्स बिल का भुगतान समय पर करें।
2. लिमिट का इस्तेमाल: क्रेडिट लिमिट को पूरा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। 30% से कम क्रेडिट यूज करना अच्छा माना जाता है। अगर आपकी लिमिट 1 लाख रुपए है, तो 30,000 रुपए से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
3. खर्चे पर नजर: क्रेडिट कार्ड से आप कितना और कहां-कहां खर्च कर रहे हैं, इस पर नजर रखनी चाहिए। साथ ही खर्चे की लिमिट भी सेट करनी चाहिए। इससे आप ज्यादा खर्चे से बच पाएंगे और कर्जे को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाएंगे।
4. क्रेडिट कार्ड की शर्तें: हमेशा छिपे हुए चार्जेस, इंट्रेस्ट रेट और बिलिंग साइकिल को अच्छे से देखें। अगर कुछ समझ ना आए, तो अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से बात करें, ताकि आप कर्जे से बच सकें।
5. जितना चुका सकें, उतना खर्च करें: क्रेडिट कार्ड को लोन की तरह नहीं, बल्कि कैश की तरह इस्तेमाल करना चाहिए। हर बिलिंग साइकिल में पूरा बैलेंस चुका दें। सिर्फ उतना ही खर्च करें, जितना आप चुका सकते हैं।
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