Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cheapest Insurance : सिर्फ 45 पैसे में 10 लाख रुपए तक का बीमा, ई-टिकट वाले रेल यात्रियों को मिलता है लाभ!

    Updated: Thu, 07 Aug 2025 01:09 AM (IST)

    रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव ने बताया कि रेल यात्री ई-टिकट खरीदते समय सिर्फ 45 पैसे में यात्री बीमा का लाभ उठा सकते हैं। वैष्णव ने कहा कि सभी यात्री ऑनलाइन या आरक्षण काउंटरों से टिकट बुक कर सकते हैं। रेल मंत्री के मुताबिक पिछले 5 साल में बीमा कंपनियों ने 333 लोगों को 27 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का क्लेम दिया है।

    Hero Image
    5 साल में बीमा कंपनियों ने 333 लोगों को 27 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का क्लेम दिया है।

    नई दिल्ली| Cheapest Insurance : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा (Loksabha) में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि रेल यात्री ई-टिकट खरीदते समय सभी करों सहित 45 पैसे का प्रीमियम देकर वैकल्पिक यात्रा बीमा योजना का लाभ उठा सकते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वैष्णव (Rail Minister Ashwini Vaishnav) ने कहा कि सभी यात्री ऑनलाइन या आरक्षण काउंटरों से टिकट बुक कर सकते हैं। हालांकि, वैकल्पिक यात्रा बीमा योजना केवल आनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध है।

    रेल मंत्री के मुताबिक, पिछले 5 साल में बीमा कंपनियों ने 333 लोगों को 27 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का क्लेम दिया है। रेल मंत्री के अनुसार, यात्रियों को बीमा कंपनी से सीधे उनके पंजीकृत मोबाइल और ईमेल आईडी पर SMS के माध्यम से पॉलिसी की जानकारी प्राप्त होती है।

    इसके अलावा, बीमा कंपनी पॉलिसी जारी करने और दावों के निपटान के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार होती है, क्योंकि दावे की जिम्मेदारी बीमित व्यक्ति और बीमा कंपनी के बीच होती है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया सरल और एकीकृत है, बुकिंग के समय किसी अलग आवेदन या दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती है।

    यह भी पढ़ें- SBI Recruitment 2025: सबसे बड़े बैंक ने निकाली बंपर वैकेंसी, 5000 से ज्यादा पद; ₹46000 है शुरुआती सैलरी

    एक अन्य प्रश्न के जवाब में रेल मंत्री ने IRCTC में भ्रष्टाचार के दावों के बीच बताया कि ट्रेन क्लस्टरों में खानपान निविदाओं का आवंटन पारदर्शी रहा है और आइआरसीटीसी मजबूत निगरानी प्रणाली और अनुपालन उपायों को लागू करता है।

    सभी मुख्य लाइन के डिब्बों में बायो-टॉयलेट एक अन्य प्रश्न के जवाब में रेल मंत्री ने बताया कि सभी मुख्य लाइन के डिब्बों में बायो-टॉयलेट लगे हैं, जिससे रेल पटरियों के रखरखाव कार्य में सुधार हुआ है।

    उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे ने रेल पटरियों पर मानव अपशिष्ट के सीधे रिसाव को रोकने और स्वच्छता में सुधार के लिए अपने डिब्बों में जीरो-डिस्चार्ज बायो-टायलेट प्रणाली अपनाई है। 

    खाटू श्याम मंदिर तक होगी कनेक्टिविटी

    उन्होंने कहा कि राजस्थान के रींगस से खाटू श्याम मंदिर तक सीधी कनेक्टिविटी के लिए 254 करोड़ की लागत से 17 किलोमीटर लंबी एक नई लाइन परियोजना को मंजूरी दी गई है और भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि गरीब रथ एक्सप्रेस का नाम बदलने का कोई अनुरोध रेल मंत्रालय को नहीं मिला है। 

    यह भी पढ़ें- महारथी बने ये 5 स्टॉक, एक ही दिन में करा दी गजब की कमाई, रिटर्न देख खुशी से झूम उठे निवेशक

    इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेल कोच कारखाने समग्र आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए स्थापित किए जाते हैं और वर्तमान में मौजूदा उत्पादन इकाइयां और पहले से नियोजित इकाइयां निकट भविष्य में समग्र आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं।